SpiceJet In Trouble: स्पाइसजेट (SpiceJet) के लिए मंगलवार को एक और कठिन दिन रहा क्योंकि एअरलाइन (Airline) की दिल्ली-दुबई उड़ान (Delhi-Dubai Flight) को फ्यूल इंडिकेटर (Fuel Indicator) में खराबी के कारण कराची (Karachi) की ओर मोड़ दिया गया और इसकी कांडला-मुंबई उड़ान (Kandla-Mumbai flight) को बीच हवा में विंडशील्ड में दरार आने के बाद महाराष्ट्र की राजधानी में प्राथमिकता के आधार पर उतारा गया.


मंगलवार को हुईं इन दो घटनाओं के साथ ही पिछले 17 दिनों में स्पाइसजेट के विमानों में तकनीकी खराबी की घटनाओं की कुल संख्या सात हो गई है. नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के अधिकारियों के मुताबिक, विमानन नियामक सभी सात घटनाओं की जांच कर रहा है.


गड़बड़ी के कारण कराची में उतरा प्लेन


अधिकारियों ने कहा कि मंगलवार सुबह दिल्ली से दुबई जा रहा बोइंग 737 मैक्स विमान जब हवा में था तब विमान के बाएं टैंक में ईंधन की मात्रा में असामान्य कमी दिखने लगी जिसके कारण विमान को कराची की ओर मोड़ दिया गया. उन्होंने कहा कि जब कराची हवाई अड्डे पर जांच की गई, तो बाएं टैंक से कोई रिसाव नहीं पाया गया.


पाकिस्तान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (पीसीसीए) के एक अधिकारी ने कहा कि स्पाइसजेट की दिल्ली से दुबई जा रही उड़ान के पायलट ने पाकिस्तान के वायुक्षेत्र में उड़ान भरने के दौरान नियंत्रण टॉवर से संपर्क किया और बताया कि विमान में कुछ तकनीकी खामी आ गई है.


लाइट इंडिकेटर में थी दिक्कत


उन्होंने कहा कि पायलट ने आपात स्थिति में विमान उतारने का अनुरोध किया जिसकी मानवीय आधार पर अनुमति दे दी गई. अधिकारी ने कहा कि इसके बाद पाकिस्तान इंटरनेशन एअरलाइंस के इंजीनियरों ने स्पाइसजेट के चालक दल के सदस्यों के साथ तकनीकी खामी का पता लगाने और इसे ठीक करने के लिए काम किया.


उन्होंने कहा, ‘‘जाहिर तौर पर विमान की लाइट इंडिकेटर मशीनरी में समस्या थी, लेकिन इसे तुरंत ठीक नहीं किया जा सका. इसलिए यात्रियों को दुबई ले जाने के लिए एक अन्य विमान की व्यवस्था की गई.” कराची हवाई अड्डे के एक अन्य सूत्र ने कहा कि विमान में लगभग 150 यात्री सवार थे जिन्हें भोजन और जलपान उपलब्ध कराया गया.


23,000 फुट की ऊंचाई पर विंडशील्ड में आई दरार


इसके बाद दिन में, स्पाइसजेट के क्यू 400 विमान के विंडशील्ड में बीच हवा में तब दरार आ गई जब यह 23,000 फुट की ऊंचाई पर था. जिसके बाद इसे मुंबई हवाई अड्डे पर प्राथमिकता के आधार पर उतारा गया. डीजीसीए के अधिकारियों ने कहा कि गुजरात के कांडला से आ रहे इस विमान के कैबिन में हालांकि किसी तरह के दबाव की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई.


कांडला-मुंबई उड़ान से संबंधित घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए स्पाइसजेट ने कहा, 'पांच जुलाई, 2022 को, स्पाइसजेट क्यू 400 विमान एसजी 3324 (कांडला- मुंबई) उड़ान पर था. जब यह 23,000 फुट की ऊंचाई पर था तो इसकी पी 2 साइड के विंडशील्ड के बाहरी शीशे में दरार आ गई. दबाव सामान्य देखा गया. विमान मुंबई में सुरक्षित उतर गया.'


आज सामने आई दो खराबी


वहीं, दिल्ली-दुबई उड़ान से संबंधित घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए स्पाइसजेट ने कहा, ‘‘पांच जुलाई, 2022 को स्पाइसजेट बी737 विमान की उड़ान एसजी-11 (दिल्ली-दुबई) को इंडिकेटर लाइट में खराबी के कारण कराची की ओर मोड़ दी गई. विमान कराची में सुरक्षित उतरा और यात्रियों को भी सुरक्षित उतार लिया गया.’’


इसने कहा, ‘‘कोई आपात स्थिति घोषित नहीं की गई और विमान सामान्य तरीके से उतरा. विमान में किसी भी अन्य खराबी की कोई सूचना नहीं है. यात्रियों को जलपान दिया गया है. अन्य विमान कराची भेजा जा रहा है जो यात्रियों को दुबई ले जाएगा.’’


19 जून को भी दो विमानों में हुई गड़बड़


फिलहाल बीते 19 जून से अब तक स्पाइसजेट के विमानों में तकनीकी खामी की सात घटनाएं हो चुकी हैं. 19 जून को पटना से 185 यात्रियों को लेकर दिल्ली के लिए उड़ान भरने के बाद ही विमानन कंपनी के विमान के इंजन में आग लग गई थी और उसे आपात स्थिति में उतरना पड़ा था. इंजन में खराबी पक्षी के टकराने से आई थी.


वहीं, 19 जून को ही एक अन्य घटना में दिल्ली से जबलपुर जा रहे विमान को कैबिन में दबाव की समस्या की वजह से वापस दिल्ली लौटना पड़ा था. इसी प्रकार 24 और 25 जून को अलग-अलग विमानों में ‘फ्यूजलेज डोर वार्निंग’ प्रणाली सक्रिय होने की वजह से, विमानों को बीच में यात्रा छोड़कर वापस आना पड़ा. वहीं, दो जुलाई को जबलपुर जा रही उड़ान तब वापस दिल्ली लौट आई जब करीब पांच हजार फुट की ऊंचाई पर चालक दल के सदस्यों ने कैबिन में धुआं देखा.


घाटे में चल रही कंपनी


उल्लेखनीय है कि स्पाइसजेट पिछले तीन साल से घाटे में चल रही है. सस्ती सेवा मुहैया कराने वाली विमानन कंपनी स्पाइसजेट को 2018-19, 2019-20 और 2020-21 में क्रमश: 316 करोड़, 934 करोड़ और 998 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.


कोविड-महामारी से विमानन क्षेत्र उबर रहा है और उड्डयन परामर्श फर्म सीएपीए ने 29 जून को कहा कि भारतीय विमानन कंपनियों का घाटा वर्ष 2021-22 के तीन अरब डॉलर से घटकर वर्ष 2022-23 में 1.4 से 1.7 अरब डॉलर के बीच रह सकता है.


गौरतलब है कि मार्च 2021 में संयुक्त अरब अमीरात के शारजाह से लखनऊ (UAE to Lucknow) आ रहे इंडिगो (IndiGo) के एक विमान ने भी कराची (Karachi) में तब आपातकालीन लैंडिंग की थी जब एक यात्री ने सीने में दर्द की शिकायत की. हालांकि इस यात्री को बचाया नहीं जा सका था.


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