नई दिल्ली: दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के नेता शिवकुमार शर्मा (कक्का जी) को आज भोपाल में उनके घर पर ही नजरबंद कर दिया गया. बाद में उनको अपने कुछ साथियों के साथ पुलिस के पहरे में राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने की इजाज़त दी गई. 


ज्ञापन देने के बाद कक्का जी ने कहा कि किसान आंदोलन को सात महीने हो गए हैं यदि सरकार सोच रही है कि हम थक गये हैं, निराश हताश हो गये हैं, तो वो गलतफहमी में हैं. हम ना थके हैं और ना उत्साह कम हुआ है. हमारी तो 2024 तक की तैयारी है. अगले लोकसभा चुनाव के पहले तक हमारा धरना और आंदोलन जारी रहेगा.


उन्होंने कहा कि फिलहाल किसान आंदोलन कोरोना महामारी के चलते ठंडा है, मगर ये हमारी रणनीति है. महामारी जैसे ही ठंडी पड़ेगी, हमारे साथी फिर से अपने ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ दिल्ली को घेर लेंगे. इस आंदोलन में छह सौ से ज्यादा किसान मौत के मुंह में गये हैं, इसलिये उनकी शहादत हम जाया नहीं जाने देंगे.


एबीपी न्यूज से खास बातचीत में कक्का जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल चुनाव में हमने मिशन बंगाल बनाया था और जनता से कहा था कि ये किसान विरोधी सरकार है, इसलिये बीजेपी को छोड़ जिसे वोट देना हो दो, हमने बीजेपी को हराने के लिये काम किया. अब अगला लक्ष्य मिशन यूपी है. हमारे लोग आने वाले दिनों में जिलों जिलों में जाकर बीजेपी के खिलाफ अलख जगायेंगे. उसे हराने के लिये काम करेंगे. क्योंकि किसानों की सरकार सुन नहीं रही. 


कक्का जी ने कहा कि जनवरी से अब तक कोई वार्ता नहीं हुई. कृषि मंत्री (नरेंद्र सिंह तोमर) लाख कहें कि हम वार्ता को राजी हैं, हमारे दरवाजे खुले हैं, मगर वो दरवाजा कौन सा है, उसका पता नहीं बताते. जब तक तीनों किसान विरोधी बिल वापस नहीं होगा हमारा आंदोलन जारी रहेगा. आने वाले दिनों में इसमें तेजी आएगी.


Vaccination: मिमी चक्रवर्ती पर पड़ा वैक्सीन का असर, फर्जी कैंप से टीका लगवाने के बाद गंभीर रूप से बीमार