भोपाल: ‘भोपाल गैस कांड’ में जंग जीतने वाले 7 व्यक्ति कोरोना वायरस महामारी की जंग हार गए. इन सातों लोगों की पांच अप्रैल से 17 अप्रैल के बीच कोविड-19 से मौत हो गई. कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक भोपाल में कुल सात व्यक्तियों की मौत हो चुकी है और ये सातों भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ित थे. भोपाल में 2-3 दिसंबर 1984 की दरमियानी रात को यूनियन कार्बाइड के कारखाने से रिसने वाली जहरीली गैस ‘मिक’ की चपेट में आने से हजारों लोग पिछले करीब साढ़े तीन दशक से तमाम स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं.




भोपाल गैस पीड़ितों के हितों के लिये लंबे अरसे से काम करने वाले संगठन ‘भोपाल ग्रुप फॉर इन्फॉर्मेशन एंड एक्शन’ की सदस्य रचना ढींगरा ने कहा, 'भोपाल में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक 7 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है. ये सातों भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ित थे. उन्होंने कहा कि कोविड-19 से भोपाल में 60 वर्षीय एक मरीज की मौत 17 अप्रैल को हुई थी. उसकी जांच रिपोर्ट जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई है. ढींगरा ने बताया कि अधिकारियों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि वह भोपाल गैस पीड़ित थे.


ढींगरा ने दावा किया कि भोपाल में कोरोना वायरस से मरे पहले पांच मरीजों की तरह ये दोनों भी भोपाल गैस पीड़ित थे. उन्होंने कहा कि गैस पीड़ितों में संक्रमण होने की आशंका अन्य लोगों की तुलना में पांच गुना ज्यादा है. ढींगरा ने बताया कि इससे पहले कोरोना वायरस संक्रमण से भोपाल में पांच अप्रैल को 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई थी. जबकि इस महामारी से आठ अप्रैल को 80 साल के व्यक्ति, 12 अप्रैल को 40 वर्षीय व्यक्ति, 11 अप्रैल को 52 वर्षीय व्यक्ति एवं 75 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई थी.


गैस पीड़ितों के लिए पिछले तीन दशक से अधिक समय से काम कर रहे संगठनों का दावा है कि इस त्रासदी में अब तक 20,000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं. साथ ही लगभग 5.74 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. भोपाल में अब तक 254 लोग कोविड-19 संक्रमित पाए गए हैं. मध्य प्रदेश में संक्रमितों की तादाद 1,485 पर पहुंच गई है.


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