मुम्बई: मुम्बई के KEM अस्पताल में डॉक्टरों के प्रयासों के कारण 7 साल के बच्चे को जान बचाई गई. 7 साल का बच्चा 1 रुपए का सिक्का निगल गया था. जिसकी वजह से उसके जान पर बन आई है. मुम्बई के पास शहापुर में रहने वाले 7 साल के प्रेम ने खेलते समय 1 रुपये का सिक्का निगल लिया था.


आनन फानन में प्रेम के माता-पिता उसे पास के राजीव गांधी मेडिकल अस्पताल ले गए. लेकिन अस्पताल में एंडोस्कोपी नहीं होने की वजह से वहां डॉक्टरों ने मरीज को भर्ती नही किया. जिसके बाद रात करीब 3 बजे मासूम बच्चे को शहापुर से मुम्बई के केईएम अस्पताल में लाया गया.


KEM अस्पताल की सीनियर ENT सर्जन डॉक्टर नीलम साठे ने बताया की 'इस वक़्त केईएम अस्पताल के डॉक्टरों का पूरा फोकस कोरोना के मरीजों के इलाज पर है, लेकिन मासूम की अवस्था को देखते हुए डॉक्टरों ने बच्चे की सर्जरी शुरू की और करीब 5 घंटों के प्रयास के बाद डॉक्टरों ने बच्चे के पेट से सिक्का बाहर निकाल लिया.


अस्पताल में कोविड के रिस्क को देखते हुए बच्चे का कोविड 19 टेस्ट किया गया है. जिसके रिपोर्ट के आने का इंतज़ार है. अगर बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी तो सारे डॉक्टरों को क्वारंटाइन होना पड़ सकता है.


कोरोना मरीजों की देखभाल करते हुए डॉक्टरों पर अतिरिक्त काम का बोझ है पर बच्चे की ज़िंदगी खतरे में देखते हुए रात को इलाज शुरू किया गया और 5 घंटे की मेहनत के बाद बच्चे को बचा लिया गया. डॉक्टर नीलम साठे ने बताया की 'बच्चे का कोरोना टेस्ट कराया गया है जिसका रिपोर्ट शुक्रवार को आएगा. अगर बदकिस्मती से रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो इलाज करने वाले डॉक्टरों को क्वारन्टीन में जाना पड़ेगा.


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