गुजरात के आणंद जिले में पुलिस पर हमला और हत्या की कोशिश के आरोप में 71 लोगों को पकड़ा गया है. मंगलवार की रात वल्लभ विद्यानगर में कोविड-19 से मरने वाले एक शख्स के अंतिम संस्कार को लेकर जबरदस्त बवाल हुआ था. भीड़ इस बात का विरोध कर रही थी कि शव के अंतिम संस्कार से कोरोना वायरस फैल जाएगा.


बलवा फैलाने के आरोप में 71 गिरफ्तार


पुलिस ने आणंद जिले में 71 बलवाइयों को पकड़ा है. उनके खिलाफ दो अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. दरअसल 3 मई को श्रीकृष्णा अस्पताल में कोविड-19 बीमारी से 63 वर्षीय शांतिलाल राणा की मौत के बाद उनका शव 72 घंटे से रखा हुआ था. परिवार के सभी सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की वजह से शव को ले जाने के लिए नहीं पहुंच सके. जिसके बाद जब नगरपालिका कर्मियों की टीम हरिओम नगर सोसायटी स्थित श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए पहुंची तो भीड़ ने कोरोना वायरस फैलने के डर से विरोध करना शुरू कर दिया. जिसके बाद समझाने के लिए मौके पर पहुंची पुलिस के साथ स्थानीय लोगों की भिड़ंत हो गई.


कोविड-19 मरीज के अंतिम संस्कार का विरोध


गुस्साए लोगों ने नगरपालिका कर्मियों और पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. मौके पर मौजूद गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. उपद्रवियों के हमले में दो पुलिसकर्मी और एक एंबुलेंस ड्राइवर घायल हो गए. पुलिस कप्तान अजीत रंजीयन बताते हैं, “जब पुलिस मौके पर पहुंची तब भीड़ हिंसात्मक हो गई. लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. घटना के बाद सभी 71 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है.”


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