ऑनलाइन खरीदारी करने वाले 72% ग्राहक नहीं चाहते सरकार सेल और डिस्काउंट पर बैन लगाए- लोकल सर्किल सर्वे
कोरोना काल में ऑनलाइन शॉपिंग का चलन बढ़ा है. इसमें ग्राहक और कंपनियों दोनों का फायदा भी हो रहा है. ग्राहक को घर बैठे मनपसंद सामान मिल रहा है तो वहीं कंपनियों के सामने बहुत बड़ा मार्केट है.
नई दिल्ली: केंद्र सरकार 34 साल बाद नया ग्राहक सुरक्षा कानून, 2019 लेकर आयी है. यह कानून 20 जुलाई 2021 से लागू हो गया है. इस कानून में ग्राहकों को कई सारे अधिकार दिए गए हैं.
इसके साथ ही सरकार उपभोक्ता संरक्षण (ई-कॉमर्स) नियम- 2020 में बदलाव की तैयारी कर रही है. इसके लिए आम लोगों से 21 जुलाई तक सुझाव मांगे गए हैं. नए ड्राफ्ट में सरकार E-commerce प्लेटफॉर्म्स पर सीमित अवधि में डिस्काउंट देकर धोखाधड़ी कर सामानों और सेवाओं की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव है.
सरकार के इस प्रस्ताव के बाद कई ग्राहकों ने इसे लेकर कमेंट किए और अपनी राय रखी. इन्हीं कमेंट्स के आधार पर सर्वे करने वाली संस्था लोकर सर्किल ने उपभोक्ता संरक्षण (ई-कॉमर्स) नियम- 2020 को लेकर एक सर्वे किया. इस सर्वे में ग्राहकों में पिछले साल के उनके ई कॉमर्स के इस्तेमाल के आधार पर कई सवाल पूछे गए.
इस सर्वे में करीब 82 हजार से ज्यादा प्रतिक्रियाएं मिली, सर्वे को देश के 394 जिलों में किया गया. प्रतिभागियों में 62% पुरुष थे जबकि 38% महिलाएं थीं. 45% उत्तरदाता टियर 1 जिलों से थे, 30% टियर 2 से और 25% उत्तरदाता टियर 3, 4 और ग्रामीण जिलों से थे.
सर्वे की बड़ी बातें
- ऑनलाइन खरीदारी करने वाले अधिकांश लोगों का कहना है कि कंपनियों की सेल खरीदारी को किफायती बनाती हैं
- 72% उपभोक्ताओं का मानना है कि सरकार को भारी डिस्काउंट देने के लिए या फिर सेल के लिए ईकॉमर्स साइटों और ऐप्स को बैन नहीं करना चाहिए
- पिछले 12 महीनों में 49% उपभोक्ताओं ने सुविधा और सुरक्षा के साथ ऑनलाइन खरीदारी की, जो ई-कॉमर्स पर खरीदारी करने का मुख्य कारण है
- 47% उपभोक्ता जो अब ऑनलाइन खरीदारी करते हैं, वे ई-कॉमर्स साइटों पर मूल देश की जानकारी का हवाला देते हैं
- 79% उपभोक्ता जो खरीदारी करने के लिए ई-कॉमर्स साइटों का उपयोग करते हैं, उनका उपयोग सुविधा और सुरक्षा के लिए करते हैं
- ऑनलाइन बिक्री के दौरान खरीदारी करने वाले उपभोक्ता ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि ऑनलाइन होने वाली सेल प्रोडक्ट को किफायती बनाती हैं. इससे उन्हें बचत करने या कम खर्च करने का मौका मिलता है.
- ग्राहकों के इस बात पर बंटे दिखायी दिए कि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर मूल देश की जानकारी टेक्स्ट या इमेज के तौर पर दिखायी जानी चाहिए या नहीं.
बता दें कि कोरोना काल में ऑनलाइन शॉपिंग का चलन बढ़ा है. इसमें ग्राहक और कंपनियों दोनों का फायदा भी हो रहा है. ग्राहक को घर बैठे मनपसंद सामान मिल रहा है तो वहीं कंपनियों के सामने बहुत बड़ा मार्केट है. इससे पहले लोकल सर्वे ने ऑनलाइन शॉपिंक लेकर सर्वे किया था जिसमें अधिकांश लोगों ने बताया था उन्होंने कोरोना काल के दौरान ऑनलाइन शॉपिंग को चुना.