Tiger Deaths In India: मध्य प्रदेश में 2022 में रिकॉर्ड 27 बाघों की मौत, देश में सबसे ज्यादा
Tiger Deaths: अधिकारियों ने कहा कि बाघों के बीच क्षेत्रीय लड़ाई, बुढ़ापा, बीमारियां, अवैध शिकार और बिजली का करंट उनकी मौत के कुछ प्रमुख कारण हैं.
Tiger Deaths In India: देश में इस साल अब तक कुल 74 बाघों (Tiger) की मौत दर्ज की गई है. इनमें से अकेले मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 27 मौतें हुई हैं. मध्य प्रदेश को 'बाघ राज्य' (Tiger State) के रूप में जाना जाता है. इतनी बड़ी संख्या में यहां बाघों की मौत होने से वन विभाग भी चिंतित है. अधिकारियों ने कहा कि बाघों के बीच क्षेत्रीय लड़ाई, बुढ़ापा, बीमारियां, अवैध शिकार और बिजली का करंट उनकी मौत के कुछ प्रमुख कारण हैं.
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) द्वारा अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार इस साल 15 जुलाई तक देश में कुल 74 बाघों की मौत दर्ज की गई. मध्य प्रदेश में किसी भी राज्य से अधिक बाघों की मौत हुई है. इसके बाद महाराष्ट्र में इस अवधि के दौरान 15 मौतें दर्ज की गई हैं. एनटीसीए के आंकड़ों के अनुसार, कर्नाटक में 11, असम में 5, केरल और राजस्थान में 4-4, उत्तर प्रदेश में 3, आंध्र प्रदेश में 2, बिहार, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में एक-एक बाघ की मौत हुई है.
मध्य प्रदेश में 27 बाघों की मौत
मध्य प्रदेश ने 2018 की बाघों की गिनती में देश के 'बाघ राज्य' होने का टैग हासिल किया था. अखिल भारतीय बाघ अनुमान रिपोर्ट के अनुसार, 2018 में मध्य प्रदेश में 526 बाघ थे, जो देश के किसी भी राज्य के मुकाबले सबसे ज्यादा थे. राज्य में छह टाइगर रिजर्व हैं, जिनके नाम कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, सतपुड़ा, पन्ना और संजय दुबरी हैं. इस साल एमपी में बाघों की 27 मौतों में से नौ नर और आठ मादाएं थीं. अन्य मामलों में, डेटा में जानवरों के लिंग का उल्लेख नहीं किया गया.
120 बाघों के जन्म का भी अनुमान
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) वन्यजीव, जेएस चौहान ने कहा, “मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बाघों की मृत्यु की बड़ी संख्या इस कारण है कि क्योंकि यहां देश में बाघों की आबादी सबसे अधिक है. इससे उनकी मौतों की संख्या भी स्वाभाविक रूप से अधिक है." उन्होंने कहा कि, “बाघों के बीच लड़ाई को टाला नहीं जा सकता क्योंकि यह उनके लिए एक प्राकृतिक प्रक्रिया है. बुढ़ापा एक और मुद्दा है. उन्होंने कहा कि वन विभाग केवल अवैध शिकार को रोकने की कोशिश कर सकता है और वह हमेशा ऐसा करने का प्रयास करता है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इस वर्ष राज्य में लगभग 120 बाघों के जन्म का अनुमान लगाया है, हालांकि सटीक गणना की पुष्टि नहीं की जा सकी.
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