कोलकाता: पश्चिम बंगाल में चौथे चरण में पांच जिलों के 44 विधानसभा सीटों पर शनिवार शाम पांच बजे तक 76.16 प्रतिशत मतदान हुआ. यह जानकारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी.


अधिकारी ने बताया कि सबसे ज्यादा 79.73 प्रतिशत मततदान कूच बिहार जिले में हुआ, जबकि हुगली जिले में 76.2 फीसदी मतदान हुआ. उन्होंने कहा कि दक्षिण 24 परगना जिले में 75.49 प्रतिशत वोटिंग हुई, जबकि हावड़ा में 75.03 प्रतिशत और अलीपुरदुआर में 73.65 प्रतिशत वोट पड़े.


हावड़ा के नौ, दक्षिण 24 परगना जिले के 11, अलीपुरदुआर के पांच, कूच बिहार के नौ और हुगली जिले के दस विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से शाम साढ़े छह बजे तक चुनाव हुए.


सीआईओ कार्यालय की तरफ से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में प्रथम चरण में 84.13 प्रतिशत, दूसरे चरण में 86.11 फीसदी और तीसरे चरण में 84.61 प्रतिशत मतदान हुआ था. राज्य में मतगणना दो मई को होगी.


कूच बिहार में हुई मतदान के दौरान हिंसा
पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में शनिवार को स्थानीय लोगों द्वारा हमला किए जाने के बाद सीआईएसएफ ने कथित तौर पर गोलियां चलाई जिसमें चार लोगों की मौत हो गई. ऐसा आरोप है कि स्थानीय लोगों ने सीआईएसएफ जवानों की राइफलें छीनने की कोशिश की.


पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना सीतलकूची में हुई जब मतदान चल रहा था. टीएमसी ने दावा किया कि मारे गए चार लोग उसके समर्थक थे. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कल कूच बिहार में घटनास्थल का दौरा करेंगी, जहां आज चार लोगों की मौत हो गई.


सुरक्षाबलों की ओर से बयान जारी
वहीं इस मामले पर सुरक्षाबलों की ओर से बयान भी जारी किया गया है. बयान में कहा गया है कि सुबह करीब साढ़े नौ बजे इसकी शुरुआत तब हुई जब एक इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में सीआईएसएफ की टीम स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर सीतलकूची विधानसभा क्षेत्र के जोर पातकी इलाके की निगरानी कर रही थी. उन्होंने बताया कि बल अमताली माध्यमिक शिक्षा केंद्र में बने मतदान केंद्र संख्या 126 और आसपास के क्षेत्रों में मतदाताओं को पहुंचने से रोकने का प्रयास करने वाले तत्वों को हटा रही थी.


बयान में कहा गया है कि सुरक्षाबलों ने करीब 50-60 लोगों की भीड़ को हटाने का प्रयास किया और इसी क्रम में एक बच्चा गिर गया और घायल हो गया. इसके बाद कुछ बदमाशों ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) को लेकर जा रहे चार पहिया वाहन और उसमें सवार कर्मियों पर हमला कर दिया.


वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'क्यूआरटी ने आत्मरक्षा में कार्रवाई करते हुए भीड़ को हटाने के लिए हवा में छह गोलियां चलायीं. बाद में डिप्टी कमांडर रैंक का अधिकारी और सीआईएसएफ यूनिट (567/चार्ली कंपनी) के प्रभारी मौके पर पहुंचे और भीड़ को शांत कराया. फिर अधिकारी वहां से चले गए.'