नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड यानी बीएसएनल में वीआरएस लेने वालों के आंकड़े ने नया रिकॉर्ड बनाया है. बीएसएनएल में कुल 78,569 कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन कर दिया है. इसके अलावा एमटीएनएल के 14,300 कर्मचारियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति यानी बीआरएस के लिए अप्लाई किया है. गौरतलब है कि बीएसएनएल और एमटीएनएल में अब वीआरएस अप्लाई करने का समय खत्म हो गया है.


नवंबर की तनख्वाह जल्द मिलेगी


भारत संचार निगम लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर पी के पुरवर ने बताया कि नवंबर महीने की तनख्वाह जल्द ही कर्मचारियों को मिल जाएगी. उन्होंने बताया कि 31 जनवरी को वीआरएस लेने वाले सभी कर्मचारियों का आखिरी वर्किंग डे होगा. इसके बाद से कंपनी को लगातार हर महीने तकरीबन 600 करोड़ रुपए तनख्वाह न देने के रूप में बचेंगे. इसके चलते कंपनी को उम्मीद है कि सालाना कंपनी को लगभग 7,500 हजार करोड़ रुपए की बचत होगी. उन्होंने बताया कि कंपनी का सैलरी बिल यानि सैलरी पर होने वाला खर्च आधा रह जाएगा.


बीएसएनएल भी बढ़ाएगी टैरिफ


निजी कंपनियों के मोबाइल टैरिफ यानी के मोबाइल की दरें बढ़ाए जाने के सवाल पर बीएसएनएल के सीएमडी ने कहा कि बीएसएनल भी लगातार अपने स्पेशल टैरिफ वाउचर की कीमतों में परिवर्तन कर रही है. उन्होंने कहा कि कंपनी भी निजी कंपनियों के मुकाबले ही अपने टैरिफ रखेगी.


गौरतलब है कि बीएसएनल में तकरीबन डेढ़ लाख कर्मचारी हैं जिसमें से लगभग 1,00,000 कर्मचारी वीआरएस स्कीम के लिए पात्र है. यह स्कीम 4 नवंबर को खोली गई थी जोकि 3 दिसंबर तक कर्मचारियों के लिए खुली थी. बीएसएनएल और एमटीएनएल के सभी रेगुलर और परमानेंट कर्मचारियों के लिए यह स्कीम खुली हुई थी जिनकी उम्र 50 साल या उससे ज्यादा है.


गौरतलब है कि हाल ही मैं कैबिनेट ने बीएसएनएल और एमटीएनएल के लिए 69 हजार करोड़ के रिवाइवल पैकेज का ऐलान किया था. इस पैकेज में कर्मचारियों को वीआरएस देना भी शामिल है. कर्मचारियों को वीआरएस देने के बाद बीएसएनल और एमटीएनएल का विलय भी किया जाएगा.


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