नई दिल्ली: सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का आज 7वां दिन है. लगातार भूखे रहने की वजह से अन्ना का वजन अब तक 5.5 किलो तक कम हो चुका है. डॉ धनंजय पोते के मुताबिक अन्ना की स्थिति बेहद चिंताजनक है. डॉक्टर ने बताया कि अन्ना को ज्यादा से ज्यादा पानी पीने और आराम की सलाह दी गई है.
हजारे केन्द्र में लोकपाल और राज्यों में लोकायुक्तों की नियुक्ति सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 23 मार्च से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं. उनके 2011 के ऐतिहासिक आंदोलन के कारण लोकपाल और लोकायुक्त कानून 2013 पारित हुआ था लेकिन केन्द्र ने अब तक लोकपाल को नियुक्त नहीं किया है. इस बार हजारे सरकार से किसानों के लिए बेहतर न्यूनतम समर्थन दामों की भी मांग कर रहे हैं. हजारे कृषि पर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने के अलावा केन्द्र में लोकपाल और राज्यों में लोकायुक्तों की नियुक्ति की मांग पर जोर दे रहे हैं.
बता दें कि यूपीए-2 की सरकार के दौरान अन्ना हजारे ने दिल्ली में एक बहुत बड़ा आंदोलन किया था. उस समय उनके साथ अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी, प्रशांत भूषण, योगेन्द्र यादव जैसे लोग शामिल थे. उस आंदोलन के बाद केजरीवाल ने अपनी एक नई पार्टी बना ली थी और किरण बेदी बीजेपी में शामिल हो गईं. इस बार अन्ना ने ये मना कर दिया है कि वे किसी भी राजनीतिक पार्टी के नेताओं की मदद नहीं लेंगे.