नई दिल्ली: केन्या स्थित भारतीय मिशन ने सोमालिया में फंसे 33 भारतीय नागरिकों का मुद्दा उठाया है. ये सभी भारतीय नागरिक जिस कंपनी में काम करते थे, उसने इनकी सैलेरी का भुगतान नहीं किया, जिससे वे वहीं फंसे हुए हैं. हालांकि, कंपनी उनकी पैंडिंग सैलेरी के भुगतान और वापसी का इंतजाम करने को लेकर सहमत हो गई है. विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी.


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि केन्या स्थित भारतीय मिशन सभी आवश्यक कदम उठा रहा है और उम्मीद जताई कि जल्द ही 33 में से 8-10 लोग भारत वापस आ जाएंगे.


केन्या मिशन के अधिकारी सोमालिया गए थे
कई महीनों से सैलेरी नहीं मिलने के कारण सोमालिया में फंसे भारतीयों से संबंधित सवाल के जवाब में ऑनलाइन प्रेसवार्ता के दौरान श्रीवास्तव ने कहा, 'यह मामला उत्तर प्रदेश, बिहार, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और गुजरात के 33 भारतीयों का है जो सोमालिया में काम कर रहे हैं.'


उन्होंने कहा, 'सोमालिया हमारे केन्या स्थित मिशन के अंतर्गत आता है और उसने इन भारतीयों के बारे में जानकारी हासिल की है. हमारे मिशन के अधिकारी केन्या से सोमालिया गए थे और विदेश विभाग की सहायता से अधिकारियों ने वहां कंपनी और कर्मचारियों से बात की. बातचीत के बाद, कंपनी के अधिकारी भारतीयों के लंबित वेतन के भुगतान के लिए सहमत हुए. साथ ही वे ऐसे लोगों को वापस भारत भेजने के लिए भी सहमत हुए जो घर वापस जाना चाहते हैं.'


ये भी पढ़ें-
जम्मू-कश्मीर में BJP के 3 कार्यकर्ताओं की हत्या, PM मोदी ने की निंदा, आतंकी संगठन TRF ने ली जिम्मेदारी

सऊदी अरब के बैंक नोट पर दिखाया गया भारत का गलत नक्शा, विदेश मंत्रालय ने जताया कड़ा विरोध