नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बातचीत के बाद दोनों देशों ने आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. जिनमें अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग, रेलवे समेत कई अन्य क्षेत्रों में सहयोग शामिल है. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा है कि समुंद्र से लेकर अंन्तरिक्ष तक भारत और रूस के सम्बन्धों का और भी विशाल विस्तार होगा.
पीएम मोदी ने कहा, ‘’ मानव संसाधन विकास से लेकर प्राकृतिक संसाधन तक, व्यापार से लेकर निवेश तक, नाभिकीय ऊर्जा के शान्तिपूर्ण सहयोग से लेकर सौर ऊर्जा तक, प्रौद्योगिकी से लेकर टाइगर कन्ज़र्वेशन तक, सागर से लेकर अंन्तरिक्ष तक, भारत और रूस के सम्बन्धों का और भी विशाल विस्तार होगा.’’
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘’आतंकवाद के विरूद्ध संघर्ष, अफगानिस्तान और इंडो प्रशांत के घटनाक्रम, जलवायु परिवर्तन, एससीओ, ब्रिक्स जैसे संगठनों, जी-20 और एशियन जैसे संगठनों में सहयोग करने में हमारे दोनों देशों के साझा हित हैं. हम अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में अपने लाभप्रद सहयोग को जारी रखने पर सहमत हुए हैं.’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘’भारत- रूस मैत्री अपने आप में अनूठी है. इस विशिष्ट रिश्ते के लिए राष्ट्रपति पुतिन की प्रतिबद्धता से इन संबंधों को और भी ऊर्जा मिलेगी और हमारे बीच प्रगाढ़ मैत्री और सुदृढ़ होगी और हमारी विशेष और विशेषाधिकृत सामरिक साझेदारी को नई बुलंदियां प्राप्त होंगी.’’
वहीं, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने कहा कि आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी के खतरे से निपटने के लिए भारत के साथ सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है. प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के अंतरिक्ष मिशन ‘‘गगनयान’’ में पूर्ण सहयोग देने का अश्वासन पर रूसी राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया. गौरतलब है कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच वार्ता के बाद भारत, रूस ने पांच अरब डॉलर के एस-400 वायु रक्षा प्रणाली समझौते पर हस्ताक्षर किए.
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