45 साल से ज्यादा उम्र के हैं देश में कोरोना वायरस से मरने वाले 85 प्रतिशत लोग
देश में कोरोना से जुड़ी 53 प्रतिशत मौत 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की हुई हैं जबकि देश की आबादी में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का हिस्सा 10 फीसदी ही है.
नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि देश में कोरोना से होने वाली कुल मौतों में से 85 फीसदी लोग 45 वर्ष से अधिक आयु के हैं. जबकि देश में कोरोना से जुड़ी 53 प्रतिशत मौत 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की हुई है जबकि देश की कुल आबादी में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग 10 फीसदी ही हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ओएसडी राजेश भूषण ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान बताया कि "महत्वपूर्ण बात यह कि देश की कम से कम 25 प्रतिशत आबादी 45 वर्ष या इससे अधिक आयु वर्ग की है और कोरोना से संबंधित 85 फीसदी मौतें इसी आयु वर्ग में हुई हैं. इस हाई रिस्क एज ग्रुप पर केंद्र और राज्य सरकारों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है"
60 से 74 साल की आयु के लोग देश की अबादी का 8 फीसदी हिस्सा हैं जबकि कोरोना से जुड़ी मौतों में 39 फीसदी मौतें इसी आयु वर्ग से हैं. 75 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की मौतों का आंकड़ा 14 फीसदी है जबकि देश की कुल आबादी में उनका हिस्सा 2 फीसदी है.
14 वर्ष से कम आयु वर्ग में 1 फीसदी मौतें
भूषण के अनुसार "14 साल से कम आयु वर्ग का हिस्सा आबादी में लगभग 35 फीसदी है. कोरोना सें संबधित 1 फीसदी मौतें इस आयु वर्ग से हुई हैं."
आबादी के 18 फीसदी 15-29 वर्ष के आयु वर्ग में 3 फीसदी कोरोना से संबंधित मौतें जबकि 22 फीसदी जनसंख्या वाले 30-44 आयु वर्ग में कोरोना से जुड़ी 11 फीसदी मौत हुईं हैं.
कोरोना एक्टिव केस रिकवर होने वालों से आधे
वहीं कोरोना से रिकवर होने वाले केसों की संख्या एक्टिव केस (2,06,588) से अधिक है. रिकवर होने वाले केस की संख्या एक्टिव केस से 1.75 फीसदी अधिक (लगभग दोगुना) है.
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