Congress 85th CWC Meeting: 2024 में होने वाले आम चुनावों से पहले अपनी रणनीति बनाने के लिए शुक्रवार (24 फरवरी) को कांग्रेस और उसके सभी नेता छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में इकट्ठा हो रहे हैं. इस तीन दिवसीय अधिवेशन में कांग्रेस आम चुनावों और राहुल गांधी को लेकर अपनी भूमिका को स्पष्ट करेगी.
इसी अधिवेशन में पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव के बाद से ही भंग पड़ी कांग्रेस वर्किंग कमेटी का आंतरिक चुनाव के जरिए गठन किया जाएगा. जिसको लेकर कांग्रेस के कई दिग्गज नेता शीर्ष पदों के लिए अपनी ताल ठोक सकते हैं.
क्या जिम्मेदारी संभालेंगे राहुल गांधी?
पार्टी के तीन दिवसीय अधिवेशन में लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी एकजुटता को लेकर चर्चा कर सकती है, हालांकि उसके लिए सबसे बड़ी चुनौती अपने नेता राहुल गांधी के लिए पार्टी में उचित पद तलाश करना होगा.
इस बात पर किसी को भी कोई शक नहीं है कि इस अधिवेशन में पूरा पार्टी कॉडर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की प्रशंसा करेगा. क्योंकि कांग्रेस का मानना है कि उनके क्रॉस-कंट्री ट्रेक का भारतीय राजनीति पर परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ा है, लेकिन सवाल यही है कि क्या पार्टी राहुल को ऐसा नेता घोषित करेगी जो पीएम मोदी को चुनौती दे सके.
अधिवेशन को लेकर क्या बोले शीर्ष कांग्रेसी नेता?
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पार्टी अधिवेशन के बारे में संक्षिप्त जानकारी देते हुए कहा कि सीडब्ल्ल्यूसी में 24 फरवरी को पार्टी की संचालन समिति की बैठक में अहम फैसले लिए जाएंगे.
नीतीश कुमार के विपक्षी एकता वाले बयान को लेकर वेणुगोपाल ने कहा कि हमने इस अधिवेशन में समान विचारधारा वाले दलों को आमंत्रित किया है. इस अधिवेशन में ज्यादातर दल सामने आए हैं और हमने सत्र के दौरान भी अडानी के मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए कई विपक्षी दलों को साथ लिया है. उन्होंने कहा, अधिवेशन ऐसा मंच होगा जहां इस बात पर चर्चा होगी और निश्चित तौर पर इसके बारे में हमे ऊपर से निर्देश आएगा.