धनबाद: मुम्बई जाने वाली एक ट्रेन से 26 लड़कियों को मुक्त कराने की घटना के अभी 10 दिन भी नहीं हुए कि बोकारो रेलवे स्टेशन से 87 लड़के और रांची स्टेशन से 21 बच्चों को संदिग्ध तस्करों के चंगुल से आजाद कराया गया. अधिकारियों के अनुसार यह किसी ट्रेन से एक बार में इतनी बड़ी संख्या में लोगों को बचाने की घटनाओं में एक है.


पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बोकारो में बच्चों को केरल जाने वाली एक ट्रेन से छुड़ाया गया. उन्होंने बताया कि उसी ट्रेन के एक अन्य कोच में यात्रा कर रहे बच्चों के दूसरे समूह को रांची रेलवे स्टेशन से छुड़ाने में स‍फलता मिली.


बोकारो के पुलिस अधीक्षक कार्तिक एस ने बताया कि बच्चों के साथ सफर कर रहे छह लोगों ने दावा किया कि वो बच्चों के जामताड़ा जिले से तेलंगाना के एक मदरसे में ले जा रहे थे. उन्होंने बताया, ‘‘उनके अपने दावे को साबित करने के लिए उनके पास दस्तावेज नहीं थे जिसकी वजह से  तीन मौलवियों सहित सभी छह लोगों को हिरासत में ले लिया गया.’’


बताते चलें कि पांच जुलाई को भी मुजफ्फपुर-बांद्रा अवध एक्सप्रेस से 26 नाबालिग लड़कियां मुक्त करायी गई थीं. उनके बारे में एक यात्री ने प्रशासन को सूचना दी थी.