नई दिल्ली: एससी/एसटी एक्ट में बदलाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में दलित संगठनों के भारत बंद के चलते कल कई राज्यों में प्रदर्शन ने हिंसक मोड़ ले लिया. प्रदर्शनों के दौरान नौ लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में मध्य प्रदेश से सबसे ज्यादा सात लोगों की मौत हुई. राजस्थान और यूपी एक-एक मौत हुई है.


केंद्र ने हिंसा वाले कई राज्यों से रिपोर्ट मांगी


प्रदर्शन को देखते हुए देश में कई जगहों पर कर्फ्यू लागू कर दिया गया है और सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया गया. केंद्र सरकार ने यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब और बिहार से हिंसा पर रिपोर्ट मांगी है और जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती कदम उठाने और कानून- व्यवस्था बनाये रखने का निर्देश दिया है.


हिंसा से ट्रेनों की आवाजाही पर बुरा असर


यातायात पर भी हिंसा ने बुरा असर डाला है. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से चलने वाली तकरीबन 12 से 14 गाड़ियां देरी से चल रही हैं, सब से ज्यादा प्रभावित आगरा की तरफ जाने वाली ट्रेनों का रुट है.


कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज बंद


मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार और पंजाब सहित अन्य स्थानों पर आगजनी, गोलीबारी और तोड़फोड़ की खबरों के बीच कई राज्यों ने बंद के मद्देनजर स्कूल-कॉलेजों को बंद रखने का आदेश दिया है.


तनाव को देखते हुए एमपी में चार कंपनी, राजस्थान में दो पैरामिलिट्री और पंजाब में दो कंपनी बीएसफ भेजी गई हैं.


SC/ST एक्ट मामले पर जल्द सुनवाई की मांग कर सकते हैं एटॉर्नी जनरल


आज केंद्र सरकार के सबसे बड़े वकील एटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल सुप्रीम कोर्ट से SC/ST एक्ट मामले पर जल्द सुनवाई की मांग कर सकते हैं. सोमवार को केंद्र ने पुनर्विचार याचिका दाखिल कर ये मांग की थी कि कोर्ट हाल ही में दिए फैसले से पहले की स्थिति बहाल करे.


सुप्रीम कोर्ट ने क्या फैसला सुनाया था?


फैसले में कोर्ट ने SC/ST उत्पीड़न की शिकायतों में तुरंत गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी. कोर्ट ने कहा था कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शिकायत की शुरुआती जांच करें. शिकायत की शुरुआती पुष्टि होने के बाद ही मामला दर्ज किया जाए.


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