मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने शनिवार को टीकाकरण की आवश्यकता की ओर इशारा करते हुए कहा कि कोविड-19 से जान गंवाने वालों में से 92 प्रतिशत ने वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं ली थी. उन्होंने कहा कि सरकार स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य लोगों के शत-प्रतिशत टीकाकरण पर जोर देने की कोशिश कर रही है.
मुख्यमंत्री संगमा ने अफसोस जताया है कि कुछ निर्वाचित प्रतिनिधि खुले तौर पर आलोचना कर रहे हैं और वास्तव में टीकाकरण कार्यक्रम को बढ़ावा नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा, "मैं कहना चाहूंगा कि निर्वाचित सदस्य होने के नाते लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी हमारी है. इस बात के प्रमाण स्पष्ट हैं कि टीकाकरण से लोगों की जान बच रही है." उन्होंने प्रतिनिधियों से अपील की कि लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करें और इस मुहिम का हिस्सा बनें. उन्होंने कहा कि सबके साथ से ही राज्य में 100 प्रतिशत टीकाकरण मुमकिन हो सकेगा.
मेघालय हाईकोर्ट ने दिए थे ये आदेश
इससे पहले मेघालय हाईकोर्ट ने मेघालय सरकार से कहा था कि वह लोगों को कोविड-19 का टीका लगवाने के लिए मजबूर न करें, बल्कि उन्हें समझाने और जागरुक करने की कोशिश करें. मुख्य न्यायाधीश विश्वनाथ सोमद्दर की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने एक आदेश में कहा था, "यह स्पष्ट तौर पर कहा जाना चाहिए कि टीकाकरण समय की मांग है." कोर्ट ने आम लोगों के हित में स्वत: आधार पर जनहित याचिका दायर करते हुए टीकाकरण अभियान के बारे में गलत सूचना फैलाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी.
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