22 साल पहले चोरी हुई थी 9वीं सदी की ये दुर्लभ शिव मूर्ति, आज ब्रिटेन से हो रही है घर वापसी
रिपोर्ट के मुताबिक, 1998 से पहले भी इस मूर्ति को मंदिर से चुराने की कोशिश की गई थी, लेकिन तब चोरों को सफलता नहीं मिल पाई थी. इस मूर्ति का एक हाथ और एक पैर टूट गया है.
नई दिल्लीः भगवान शिव की एक चोरी हुई मूर्ति जल्द ही भारत वापस लौटने वाली है. राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले के घाटेश्वर मंदिर में ये शिव मूर्ति 1998 में चोरी हो गई थी, जो किसी तरह ब्रिटेन में रहने वाले एक शख्स के पास पहुंच गई थी. सदियों पुरानी ये ऐतिहासिक मूर्ति गुरुवार 30 जुलाई को ही भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के पास वापस आएगी.
तस्करी के बाद ब्रिटेन पहुंची मूर्ति
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 9वीं सदी की ये मूर्ति नटेश शिव की है, जो चित्तौड़गढ़ के बरोली गांव में स्थित घाटेश्वर मंदिर में स्थापित थी. इस मूर्ति को फरवरी 1998 में मंदिर से चोरी कर लिया गया था. यहां से तस्करी के जरिए ये लंदन में एक निजी कलेक्टर के पास पहुंच गई थी.
जानकारी के अनुसार, भारतीय एजेंसियों ने 2003 में ब्रिटिश अधिकारियों को इसके बारे में जानकारी दी थी और फिर 2005 में उस शख्स से इस मूर्ति को लौटाने के लिए बात की गई, जिसने स्वेच्छा से इसे लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के हवाले कर दिया था.
2017 में हुई प्रामाणिकता की पुष्टि
ये मूर्ति उसके बाद से ही भारतीय उच्चायोग में रखी गई थी और 2017 में एएसआई अधिकारियों की जांच के बाद इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि हुई थी. अब एक बार फिर ये मूर्ति भारत वापस आ रही है और एएसआई इसे अपने कब्जे में लेगा.
रिपोर्ट के मुताबिक, 1998 से पहले भी इस मूर्ति को मंदिर से चुराने की कोशिश की गई थी, लेकिन तब चोरों को सफलता नहीं मिल पाई थी. इस मूर्ति का एक हाथ और एक पैर टूट गया है.
इससे पहले भी भारतीय संस्कृति और इतिहास से जुड़ी कई अहम वस्तुएं दुनिया के अलग-अलग देशों से भारत वापस लाई जा चुकी हैं.
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