कश्मीर: कश्मीर घाटी में कोरोना का चौथा पॉजिटिव मामला सामने आने के बाद से हड़कंप मच गया है. मंगलवार को घाटी में तीन नए मामलों के सामने आने के बाद कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या चार और जम्मू-कश्मीर में कुल संख्या छह हो गई. लेकिन घाटी के पहले संक्रमित मरीज़ के ठीक हो जाने के साथ ही कुल एक्टिव मामले पांच रह गए हैं.


नया मामला उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा का है, जहां से एक 22 साल के युवक का टेस्ट पॉजिटिव आया. यह लड़का दक्षिण कश्मीर के तिरुपति में पढ़ता है और कुछ दिनों पहले वहां से वापस लौटा है. घर लौटने पर उस की तबीयत बिगड़ जाने के बाद उसे बारामुल्ला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करवाया गया और यहीं से उसका टेस्ट श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंस्टीटूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज (SKIMS) भेजा गया.


SKIMS के डायरेक्टर डॉ एजी अहंगर ने मामले के टेस्ट रिजल्ट के पॉजिटिव आने कि पुष्टि की. डॉ अहंगर के अनुसार लड़के का सैंपल मंगलवार सुबह ही SKIMS में आया था और उसकी रिपोर्ट शाम तक आई, जिसमें मामले के पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई.


घर लौटने से पहले युवक नोएडा में अपने कुछ दोस्तों के साथ भी रुका था और उनके साथ ही घाटी लौटा था. जम्मू कश्मीर के प्रिंसिपल सेक्रेटरी रोहित कंसल के अनुसार अब प्रशासन उन सभी छात्रों की तलाश कर रही है, जो इस छात्र के संपर्क में आए हैं.


वहीं, श्रीनगर में आज जो और दो नए मामले सामने आए, उनमें से एक व्यक्ति के उसी फ्लाइट में आने की पुष्टि की गई, जिसमें घाटी के सब से पहले संक्रमण की बात आई थी. दूसरी महिला भी सऊदी अरब से उमरा करके लौटी थीं और 19 मार्च को संक्रमण का मामला सामने आने के बाद से श्रीनागर के चेस्ट डिजीज अस्पताल में क्वारंटीइन हैं.


लेकिन सब से जायदा लापरवाही का मामला भी श्रीनगर से ही आया है. यह मंगलवार को आने वाले तीन पॉजिटिव मामलों में से सब से ज्यादा खतरनाक है क्योंकि संक्रमित व्यक्ति करीब 13 दिन तक दिल्ली, सोपोर और श्रीनगर में घूमता रहा और सेंकड़ों लोगों के संपर्क में भी आया, जिनमें कई डॉक्टर भी शामिल हैं.


इस संक्रमित व्यक्ति के परिवार के अनुसार घाटी लौटने से पहले वह दिल्ली में एक तबलीगी जमात के साथ था, जिसमें इंडोनेशिया और मलेशिया से आए लोग भी शामिल थे. दिल्ली में कुछ दिन रुकने के बाद वह 9 मार्च को श्रीनागर लौटा और एक दिन बाद सोपोर अपने गांव चला गया. यहां दो तीन दिन रुका और तबीयत भी यहीं पर ख़राब हुई. सब से पहले सोपोर के अस्पताल में इलाज करवाया और फिर श्रीनगर लौटने पर SKIMS अस्पताल में भी चेस्ट इन्फेक्शन के लिए इलाज करवाया.


कुछ टेस्ट करवाएं, CT-स्कैन और X-ray भी करवाए और आखिर में चेस्ट डिजीज अस्पताल में 21 मार्च को भर्ती हुआ. दो दिन बाद मंगलवार को टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद अब परिवार के साथ-साथ कई अस्पतालों और क्लीनिक के लोगों को तलाशा जा रहा है, जो इसी के संपर्क में आये. चिंता इस बात की भी है कि संक्रमित शख्स इस बीच पांच वक़्त की नमाज़ मस्जिद में अदा करता रहा है.


सूत्रों के अनुसार संक्रमित होने के बाद 9 मार्च से 21 मार्च के बीच इस शख्स ने अपनी यात्रा के बारे में कोई भी जानकारी किसी के साथ साझा नहीं की थी. जिस से इतनी बड़ी लापरवाही सामने आई.


लेकिन इस बीच कश्मीर में कोरोना का सबसे पहले मरीज़ के ठीक होने की खबर भी आई. श्रीनगर के SKIMS अस्पताल के डायरेक्टर ने इस बात की पुष्टि की.


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