जम्मू: उत्तरी कश्मीर में हिरासत से भागे एक शख्स की कथित तौर पर मौत के मामले के बाद तनाव का माहौल बन गया है. उत्तरी कश्मीर के सोपोर में एक 22 साल के कथित आतंकी समर्थक इरफ़ान ड़ार को हिरासत में लिया गया था. लेकिन पुलिस का कहना है कि आरोपी कथित तौर पर पुलिस की हिरासत से भाग गया था, जिसके बाद आज उसका शव मिला है.


घटना के बाद पूरे उत्तरी कश्मीर में तनाव बड़ गया है और विरोध प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है. परिवार का आरोप है कि उसकी हिरासत में हत्या कर दी गई और मामले को छुपाने के लिए फरार होने की जूठी कहानी बनाई जा रही है. जम्मू कश्मीर पुलिस के अनुसार मंगलवार को 22 साल के इरफ़ान अहमद डार को सोपोर से गिरफ्तार किया था और उसके कब्ज़े से हथियार बरामद हुआ था.


पुलिस के अनुसार इरफ़ान के कब्ज़े से दो चीनी मार्क के हैण्ड ग्रेनेड बरामद किये गए. गिरफ्तारी के बाद सोपोर पुलिस स्टेशन में एफआईआर भी दर्ज हुई और पूछताछ शुरू की गई. पुलिस का कहना है कि रात को इरफ़ान से मिल्ली झंकारी के आधार पर पुलिस ततें ने सोपोर के तुज्जर शरीफ इलाके में छापे मारी के लिए गए जहां पर आतंकी संगठन का कुछ पैसा रखा गया था. लेकिन अंधेरे का फायदा उठा कर आरोपी इरफ़ान पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो गया.


पुलिस का कहना है कि उसके बाद इरफ़ान के खिलाफ हिरासत से भाग जाने के आरोप में एक और एफआईआर दर्ज की गई. लेकिन बुधवार सुबह छापे मारने वाली जगह से करीब चार किलोमीटर दूर एक शव मिला जो पहचान के बाद इरफ़ान का पाया गया. शव को पोस्टमोर्टेम के लिए भेज दिया गया है.


परिवार का आरोप है कि पुलिस अब पूरे मामले को आतंकी एंगल देने में लगी है. परिवार का कहना है कि इरफ़ान का ना तो किसी आतंकी संगठन से कोई तालुक था और ना ही वह खुद आतंकी था. और पुलिस ने उसकी हत्या हिरासत में कर के पूरे मामले को यह नया स्वरुप दिया है.


पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार मामले की जांच चल रही है.


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