मुंबई: पूरे देश भर का किसान इस समय भयानक संकट से जूझ रहा है, लेकिन सरकारें इनकी समस्याओं के प्रति संवेदनहीन बनी हुई हैं. ऐसा लगता लगता है कि सरकार और समाज दोनों के लिए ही किसानों के आत्महत्या की संख्या मात्र आंकड़ा बन कर रह गई है. इसी कड़ी में महाराष्ट्र से एक बेहद चिंता पैदा करने वाली खबर आई है.


महाराष्ट्र सचिवालय के सामने एक 84 साल के किसान ने जहर खा कर आत्महत्या करने की कोशिश की. बुजुर्ग किसान फडनवीस सरकार से अपने जमीन के सही मुआवजे की मांग कर रहा था. किसान की रविवार रात एक स्थानीय जे जे अस्पताल में मौत हो गई. उत्तर महाराष्ट्र के रहने वाले किसान धरमा पाटिल की जमीन सरकार ने सोलर पावर प्लांट के लिए अधिग्रहित की थी. इसके लिए उसे बेहद कम मुआवजा मिला था.


इसी महीने की 22 तारीख को सही मुआवजे की मांग करते हुए पाटिल ने सचिवालय के सामने जहर खा लिया था. अधिकारियों ने बताया कि पाटिल का पोस्टमार्टम अस्पताल में करा दिया गया है और बाद में शव परिजनो के हवाले कर दिया जाएगा.