पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में रोडवेज की एक बस के पुल की रेलिंग तोड़कर घोगरा नहर में गिरने से 10 महिलाओं सहित कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि उत्तर बंगाल राज्य परिवहन निगम की बस नदिया जिले में शिकारपुर से मालदा जा रही थी. यह हादसा दौलताबाद थाना क्षेत्र के बलीरघाट में हुआ.


पुलिस के आने में कथित तौर पर देरी के कारण लोगों ने प्रदर्शन किया और गुस्साए लोगों ने पुलिस बल पर हमला कर दिया. उन्होंने पुलिस के एक वाहन में आग भी लगा दी. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक हादसे का शिकार हुई बस को पांच क्रेनों की मदद से निकाला गया.


राज्य के परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने बताया कि पानी से बस को निकालने के बाद 32 शवों को निकाला गया. इससे पहले नहर में दो शव मिले थे. दो और लोगों की अस्पताल में मौत हो गयी थी.


सूत्रों के मुताबिक बचाव अभियान में एनडीआरएफ ने राज्य आपदा प्रबंधन कर्मियों की मदद की. अधिकारी ने बताया कि 25 शवों की पहचान हो गयी और तलाशी अभियान चलाया जा रहा था. दुर्घटना की वजह अब तक पता नहीं है.


घटनास्थल पर पहुंची मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बस के ड्राइवर ने लापरवाही की होगी और कोहरा भी छाया हुआ था. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि बस में करीब 60 यात्री सवार थे. हालांकि, आधिकारिक रूप से यात्रियों की संख्या की पुष्टि नहीं हो पायी है.


मुख्यमंत्री ने हादसे में मरने वालों के परिवार वालों को पांच लाख रूपये जबकि गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रूपये का मुआवजा देने की घोषणा की. घायलों को पचास हजार रूपये दिए जाएंगे. राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने दुर्घटना में लोगों के मरने पर शोक प्रकट किया.


यह भी पढ़ें-


कासगंज हिंसा: DM का बड़ा खुलासा, छत से चली थी चंदन पर गोली


मेघालय में 30 जनवरी से चुनावी कैंपेन शुरू करेंगे राहुल गांधी