नई दिल्ली: केंद्र सरकार के एक मंत्रालय में दलाली रैकेट का पर्दाफाश हुआ है. सीबीआई ने इस मामले में मंत्रालय के एक अधिकारी समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. जिनमें एक महिला भी शामिल है. सीबीआई का मानना है कि इस मामले की जांच के दौरान कई बड़े मंत्रालयों में दलाली रैकेट का पर्दाफाश हो सकता है और कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं.


आरोप है कि इस मामले में शामिल महिला के कई मंत्रालयों के अधिकारियों से संबंध हैं, और वह दलाली करके लोगों का काम कराती है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक अप्रैल 2019 में सीबीआई को एक सूचना मिली थी, जिसमें कहा गया था कि एक महिला संदेहास्पद गतिविधियों में लिप्त है, और उसके संबंध कई मंत्रालयों के अधिकारियों से भी बताए जाते हैं.


सीबीआई को गुप्त सूत्रों के हवाले से यह सूचना भी मिली कि महिला मंत्रालयों में अपनी पहुंच का फायदा उठाकर लोगों के काम करवाती है. सीबीआई ने इस मामले में अप्रैल 2019 में ही प्रारंभिक जांच का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.


सूत्रों के मुताबिक इसी दौरान पता चला कि आंध्र प्रदेश के वेस्ट गोदावरी जिले के रहने वाले रामचंद्र राव और उनके सहयोगी ने आरोपी महिला से संपर्क किया था. बताया जाता है कि रामचंद्र राव और उसका सहयोगी अपने जिले में केंद्र सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ कंज्यूमर्स के तहत आने वाले विभाग के जरिए सरकारी नापतोल की एक एजेंसी लेना चाहता था. इसकी फाइल क्लियर कराने के बदले उसने आरोपी महिला से डील की. आरोप है कि महिला ने इस काम को कराने के बदले राव और उसके सहयोगी से 70 लाख रूपये में मामला तय किया था.


इस दौरान हुई बातचीत में यह भी कहा गया कि इस बाबत एक बड़ी रकम सरकारी अधिकारियों को भी पहुचानी है. जांच के दौरान सीबीआई को पता चला कि राव और उसके सहयोगी ने आरोपी महिला को लाखों रुपये की रकम पहुंचाई और यह रकम चेक और नगदी के जरिए दी गई.


सीबीआई सूत्रों के मुताबिक आरोपी महिला ने इस काम को कराने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स में काम करने वाले सुनील कुमार सिंह से संपर्क किया. आरोप है कि इस काम को लेकर आरोपी महिला और सुनील कुमार सिंह के बीच भी लेनदेन हुआ. सीबीआई ने अपनी प्रारंभिक जांच के दौरान मिले तथ्यों के आधार पर अब इस मामले में आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.


मुकदमे में आरोपी महिला समेत आंध्र प्रदेश के दोनों व्यक्तियों और सरकारी अधिकारी सुनील कुमार सिंह का नाम शामिल किया गया है. इस मामले में कुछ और मंत्रालयों के अधिकारी भी सीबीआई के रडार पर हैं. सूत्रों का कहना है कि इस मामले की जांच के दौरान बड़े दलाली रैकेट का पर्दाफाश हो सकता है.


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