मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में शुक्रवार रात को रुकी विशेष श्रमिक ट्रेन में सवार 32 वर्षीय गर्भवती महिला ने स्थानीय शासकीय जिला चिकित्सालय में एक बच्चे को जन्म दिया है. परिवार ने बालक का नाम लॉकडाउन यादव रखा है. नवजात बच्चे के पिता उदयभान ने बताया कि लॉकडाउन की इन स्थितियों में पैदा हुए अपने बच्चे का नाम वह लॉकडाउन यादव रखना चाहते हैं.
उन्होंने बताया कि ट्रेन में प्रसव पीड़ा होने पर उन्होंने रेलवे हेल्पलाइन से संपर्क किया और अधिकारियों ने बुरहानपुर में उनकी मदद की और उन्हें अस्पताल ले गए.
परिवार को दी गई आर्थिक मदद और अन्य सामान
जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह अढ़ाईच ने शनिवार को बताया कि रीना अपने पति उदयभान सिंह यादव के साथ मुम्बई से उत्तर प्रदेश के आम्बेडकर नगर के लिए श्रमिक विशेष ट्रेन में यात्रा कर रही थीं. शुक्रवार शाम को ट्रेन प्रसव पीड़ा होने पर जिला चिकित्सालय लाकर महिला का प्रसव कराया गया.
उन्होंने बताया कि जच्चा- बच्चा दोनों ठीक हैं. यादव परिवार को नगद पांच हजार रुपये की सहायता राशि भी दी गयी और खाने-पीने का सामान फल दवाईयां और आवश्यक कपड़े भी दिए गए हैं.
अढ़ाईच ने बताया कि प्रशासन द्वारा पूरे परिवार को निजी वाहन से उनके घर डॉ आम्बेडकर नगर के लिए रवाना किया गया है
कोरोना और कोविड भी पड़े बच्चों के नाम
इस बीमारी और लॉकडाउन के दौर में ये पहला मौका नहीं है जब किसी ने अपने नवजात बच्चे का नाम ऐसा कुछ रखा हो. इससे पहले पिछले महीने ही छत्तीसगढ में एक दंपति ने अपने जुड़वा बच्चों का नाम 'कोरोना' और 'कोविड' रखा था.
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श्रमिक ट्रेन से यात्रा कर रहे दंपत्ति ने अपने नवजात बच्चे का नाम रखा ‘लॉकडाउन’
एजेंसी
Updated at:
24 May 2020 01:40 PM (IST)
लोग अपने बच्चों के नाम को यादगार बनाने के लिए कुछ अलग सा नाम ढूंढते हैं. इससे पहले भी अप्रैल में एक परिवार ने अपने जुड़वा बच्चों का नाम कोरोना और कोविड रखा था.
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