उत्तर प्रदेश के देवरनिया इलाके में रहने वाले 20 वर्षीय तेज बहादुर सिंह ने एक लोकप्रिय गेम में 50 लाख रुपये जीतकर सबसे हैरान कर दिया है. संस्कृत टीचर के बेटे तेज बहादुर के घर की हालत ऐसी है कि वहां पर पर्याप्त बिजली तक नहीं है. एक दिन आईएएस बनने का ख्वाब देखने वाले तेज बहादुर बरेली जिले में पार्ट टाइम खेतिहर मजदूरी का काम करते हैं. लॉकडाउन के दौरान अपनी पढ़ाई को और तेज करने के लिए ट्यूशन पढ़ना शुरू किया था.


तेज की मां राजकुमारी ने अपने बेटे का डिप्लोमा में दाखिला दिलाने के लिए जेवर को बंधक रख दिया. तेज ने कहा कि उसकी मां वास्तव में प्रेरणा की स्त्रोत हैं. अब इस रुपये के सहारे तेज सबसे पहले मां के बंधक लगाए गए जेवर को वापस लाना चाहते हैं और अपने छोटे भाई की पढ़ाई पूरी कराना चाहते हैं. वह अपने लिए एक घर और पड़ोस के बच्चों के लिए एक छोटा सा स्कूल भी बनाना चाहते हैं.


तेज प्रताप इस वक्त एक पॉलिटेक्निक कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग कर रहे हैं. उन्होंने टीओआई से बात करते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान उनके पिता की नौकरी चली गई. वह बीमार थे. उसके बाद पूरी परिवार की जिम्मेदारी खुद पर आ गई. इसके बाद तेज को कृषि मजदूरी का काम करना पड़ा.


तेज आगे की पढ़ाई के लिए शहर जाना चाहते थे लेकिन उनके पिता हरचरण सिंह की मासिक आय मात्र 5,500 रुपये होने के चलते वह इसके लिए तैयार नहीं थे. हरचरण को अपने दोनों बच्चों की पढ़ाई के साथ ही घर को चलाने की भी जिम्मेदारी थी. हरचरण ने कहा कि इसलिए मेरी पत्नी को अपने गहने बंधक लगाने पड़े थे. वही इस सफलता के पीछे है.