एक रिपोर्ट के मुताबिक महामारी के कारण देश में 23 करोड़ लोग गरीबी के चंगुल में फंस गए हैं. ऐसे में गरीबी के कारण लोग अपनी जान लेने लगे हैं. ओडिशा के जगतपुर जिले में ऐसा ही एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. रिपोर्ट के मुताबिक तटीय इलाके जोटा चांदपटाना के रहने वाले 55 साल के शख्स ने अपनी पत्नी और बेटी पर हमला बोल दिया. एक घंटे के अंदर ही दोनों की मौत हो गई. यह करने के बाद उस शख्स ने खुद को भी फांसी लगा ली. मरने वालों की पहचान कर ली गई है. इनमें एक खुद लोकनाथ पाल है, दूसरी उसकी पत्नी कल्पना और तीसरी उसकी बेटी 20 साल की मधुस्मिता है.
महामारी के बाद से काम नहीं मिल रहा था
पुलिस के मुताबिक स्थानीय लोगों का कहना है कि लोकनाथ पाल राज मिस्त्री का काम करता था. पिछले साल से जब से महामारी आई है लोकनाथ को काम नहीं मिल रहा था. इसके बाद परिवार को भारी आर्थिक संकट का सामना करना पडा. कल्पना लकवाग्रस्त थी और मधुस्मिता इसी साल कॉलेज में नाम लिखाया था. पुलिस को प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पत्नी का इलाज कराने के लिए लोकनाथ को हर दिन पैसे का इंतजाम करना पड़ता था. उसके पास आय को कोई स्रोत नहीं था. वह बिना किसी काम के इसका इंतजाम करता था. इससे वह भारी संकट में फंस गया था.
सुबह में पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ
पुलिस का कहना है कि शनिवार सुबह पति पत्नी के बीच पैसे को लेकर विवाद हो गया. इसी समय लोकनाथ पाल ने पत्नी और बेटी पर तेजधार हथियार से हमला कर दी. इसके बाद लोकनाथ ने गांव वालों से इन दोनों को अस्पताल ले जाने को कहा. जगतसिंहपुर जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मधुस्मिता की मौत हो गई जबकि पत्नी कल्पना की मौत कटक अस्पताल ले जाते समय चोट लगने से हो गई. यह बात जब लोकनाथ को पता चला तो उसने अपने घर पर छत के पंखे से खुद को फांसी लगा ली.
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