नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना नेताओं पर आपत्तिजनक और अश्लील टिप्पणी करने वालों के खिलाफ महाराष्ट्र की साइबर पुलिस का शिकंजा कसने लगा है.
मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने पुणे के चिखली से एक आरोपी को गिरफ्तार किया जिस पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख सहित महाराष्ट्र विकास आघाड़ी के नेताओं के खिलाफ सोशल मीडिया पर अश्लील और आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट करने का आरोप है. गिरफ्तार आरोपी का नाम श्रिशैल शरणप्पा खज्जे है, जो मूलरुप से महाराष्ट्र के उस्मानाबाद का रहने वाला है और पुणे में एक कंपनी में काम करता था.
आरोपी ने फेसबुक पर फेक प्रोफाइल बनाई थी- साइबर सेल
मुंबई साइबर सेल के पुलिस उपायुक्त अकबर पठान के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी ने फेसबुक पर अप्पा कैंसर जवालगेकर नाम से फेक प्रोफाइल बना रखी थी. इसी फेक प्रोफाइल से वो लगातार महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख और प्रियंका गांधी के खिलाफ अश्लील कमेंट पोस्ट कर रहा था. इस पोस्ट को लेकर शिकायत मिलने के बाद मुंबई क्राइम ब्रांच ने 9 अक्टूबर को कई धाराओं के तहत मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू की गई.
जांच के दौरान क्राइम ब्रांच की साइबर सेल को इस फेसबुक प्रोफाइल को लेकर सबूत हांथ लगे. सुराग मिलने के बाद तकनीकी का इस्तेमाल करते हुए उस सुराग को और पुख्ता किया गया और एक टीम पुणे भेजकर शक के आधार पर पुणे के चिखली इलाके से एक शख्स को हिरासत में लिया गया और आरोपीं ने पूछताछ में अपना गुनाह कबूल लिया.
आरोपी श्रिशैल शरणप्पा खज्जे ने पूछताछ में बताया कि वह लॉकडाउन से ही अनिल देशमुख और प्रियंका गांधी के खिलाफ लगातार विवादित पोस्ट सोशल मीडिया पर डाल रहा था. श्रिशैल ने विज्ञान शाखा से 12 वी तक पढ़ाई की है. काम के सिलसिले में वो नवी मुंबई, पुणे आया जाया करता था.
साइबर सेल मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच में जुटी है
हालांकि वह ऐसा क्यों कर रहा था, इसका खुलासा उसने अभी तक नही किया है. साइबर सेल यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं यह कोई सिंडिकेट तो नहीं है जो इस तरह की पोस्ट के लिए बनाया गया है. इसकी भी जांच की जा रही है. दरअसल कुछ दिनों पहले ही मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने कहा था कि फेक सोशल मीडिया एकाउंटस के जरिए मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही थी.
उन्होंने इस मामले में मुंबई साइबर सेल को मामला दर्ज करने के आदेश भी दिए थे. तकरीबन 80 हजार फेक एकाउंट्स की जानकारी भी सामने आई थी, जिसके बाद से साइबर सेल लगातार एक्शन में है.
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