नई दिल्ली: दिल्ली में चल रही सीलिंग पर रोक लगने में फिलहाल अभी तीन से चार दिन का और वक्त लगेगा. दिल्ली के उपराज्यपाल के घर पर हुई डीडीए की बैठक में फैसला किया गया कि मास्टर प्लान 2021 में संशोधन किया जाएगा और इसके लिए जो प्रक्रिया है उस प्रक्रिया के तहत अगले तीन दिनों के दौरान जनता से रायशुमारी की जाएगी. जनता से रायशुमारी होने के बाद एक बार फिर से उपराज्यपाल के घर डीडीए की बैठक होगी और उसके बाद सीलिंग पर रोक लगाने के फैसले पर मुहर लग जाएगी.


उपराज्यपाल के घर हुई बैठक में आम आदमी पार्टी विधायक, बीजेपी विधायक, डीडीए और शहरी विकास मंत्रालय के अधिकारी भी मौजूद थे. बैठक में तय किया गया कि व्यापारियों से कन्वर्जन चार्ज के नाम पर पहले जो 10 गुना पेनल्टी वसूली जानी थी वह अब दोगुना ही ली जाएगी, और सीलिंग से निजात दिलाने के लिए बिल्डिंग का एफएआर भी बढ़ाया जाएगा, जिससे कि सीधे तौर पर दिल्ली के लाखों व्यापारियों को राहत मिलेगी.


फिलहाल दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटरिंग कमेटी के आदेश के बाद से सीलिंग चल रही है. यह सीलिंग उन जगहों, दुकानों और आफिसों पर हो रही है जो मास्टर प्लान 2021 के प्रावधानों की अनदेखी कर चल रही थी. वैसे तो यह सीलिंग पिछले एक महीने से ज्यादा वक्त से चल रही थी लेकिन दिल्ली में 20 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की सुगबुगाहट के बाद इस मुद्दे ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है. जिसके बाद आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों ही इस मुद्दे को लेकर एक दूसरे के ऊपर आरोप प्रत्यारोप करने लगे.


लेकिन उपराज्यपाल के घर पर हुई डीडीए की इस बैठक के बाद अब उम्मीद की जा रही है कि अगले एक हफ्ते में दिल्ली को सीलिंग से राहत मिल जाएगी.