कानपुर: कासगंज दंगा पर योगी सरकार के एक मंत्री ने बेहद संवेदनहीन और गैर-जिम्मेदाराना बयान दिया है. यूपी में कपड़ा विभाग के मंत्री सत्यदेव पचौरी ने कहा कि कासगंज में हुई हिंसा ‘‘छोटी-मोटी घटना थी.’’ पचौरी ने कहा, ‘‘ऐसी छोटी-मोटी घटनाएं अक्सर होती रहती हैं. हर जगह होती हैं. ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं है.’’ जबकि सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस घटना की निंदा कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि प्रदेश में किसी भी तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी.


बता दें कि पश्चिमी यूपी के कासगंज में 26 जनवरी को विश्व हिन्दू परिषद और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोगों ने तिरंगा यात्रा निकाली और जबरन एक समुदाय विशेष के मोहल्ले में हंगामा किया जिसके बाद लोगों ने बाइक पर निकली तिरंगा यात्रा पर पथराव किया जिसके बाद हिंसा भड़क गई. हिंसा में चंदन नाम के युवक की मौत हो गई, जबकि अकरम की आंख चली गई.


चंदन की मौत के बाद इलाके में हिंसा फैल गई थी जिसमें कम से कम तीन दुकानें, दो बसें और एक कार को आग के हवाले कर दिया गया था. खादी, ग्रामोद्योग और कपड़ा विभाग के मंत्री पचौरी ने इस घटना के लिए जिले के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, ‘‘अधिकारियों को मामला बढ़ने से पहले ही कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए थे. ’’


आपको बता दें कि इस मामले पर गृह मंत्रायल भी सख्त है. कासगंज हिंसा पर गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है. गृह मंत्रालय ने पूछा है कि हिंसा कैसे हुई और समय रहते इस पर काबू क्यों नहीं पाया गया. गृह मंत्रालय ने प्रशासन की नाकामी पर भी सवाल पूछा है. कासगंज के डीएम ने अपनी रिपोर्ट गृह विभाग यूपी को भेज दी है.