केरल: देश में जारी तनाव के बीच केरल से दिल को सुकून पहुंचाने वाली खबर आई है. आलापुड़ा जिले की एक मस्जिद में हिंदू लड़के और लड़की की शादी कर सद्बभावना की मिसाल पेश की गई. पुजारी की अगुवाई में शादी को हिंदू रीति रिवाज से अंजाम दिया गया. दिलचस्प बात ये है कि मस्जिद में हिंदू शादी का विरोध किसी ने नहीं किया बल्कि चेरावल्ली मस्जिद कमेटी ने हर तरह से सहायता दी.
मस्जिद कमेटी ने पेश की सद्भभावना की मिसाल
रविवार को जब शादी का आयोजन किया गया तो उसमें हिंदुओं के साथ मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल थे. शादी में पहुंचे मेहमानों को दावत में शाकाहारी भोजन खिलाया गया. चेरावल्ली मुस्लिम जमात कमेटी ने दुल्हन को तोहफे में दो लाख रुपये और सोने के आभूषण भी दिये.
जमात के सचिव नजमुद्दीन अलमुट्टी ने कहा, " दुल्हन के पिता की दो साल पहले मौत हो चुकी थी. परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि शादी के खर्च को बर्दाश्त कर सके. दुल्हन की मां ने पैसे का हर जगह से इंतजाम करना चाहा मगर नहीं हुआ. उसके बाद उसकी मां हमारे पास पहुंची और अपनी व्यथा बताते हुए मस्जिद कमेटी से मदद मांगी. अपने पत्र के जरिए अंजू की मां ने अपनी चिंताओं के बारे में बताया. हमने उसके दिये पत्र को जमात कमेटी के सामने पेश कर राय जानना चाहा. कमेटी ने शादी के लिए परिवार की हर तरह से सहायता करने का फैसला किया."
मस्जिद में मिसाली शादी की चर्चा पूरे राज्य में फैल गई. मुख्यमंत्री पिनारी विजयन तक खबर पहुंचने के बाद उन्होंने ट्वीट किया. अपने ट्वीट में उन्होंने विवाह को केरल के आपसी सौहार्द को मिसाल बताया. पिनारी ने वैवाहिक बंधन में बंधे वर-वधू, परिवार, मस्जिद के जिम्मेदारों और चेरावल्ली के लोगों को धन्यवाद कहा.
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