दिनाकरण-स्टालिन के बीच गुपचुप समझौते से आया उपचुनाव का ऐसा नतीजा: AIADMK
DMK उम्मीदवार इस उपचुनाव में तीसरे स्थान पर रहे और वह अपनी जमानत भी नहीं बचा सके.
चेन्नई: तमिलनाडु की सरकार चला रही पार्टी AIADMK ने आरोप लगाया कि टीटीवी दिनाकरण और विपक्षी दल DMK के बीच उसे आर के नगर उपचुनाव (by election) में हराने के लिये ‘गुप्त समझौता’ हुआ था. इस चुनाव में पूर्व में AIADMK का हिस्सा रहे दिनाकरण ने जीत हासिल की है.
पार्टी संयोजक, राज्य के पूर्व सीएम ओ पनीरसेल्वम और सह-संयोजक के पलनीस्वामी ने कहा कि उनकी पार्टी की धुर विरोधी DMK को तमिलनाडु में अब तक के चुनावों में मिली यह ‘सबसे बुरी’ हार है. DMK उम्मीदवार इस उपचुनाव में तीसरे स्थान पर रहे और वह अपनी जमानत भी नहीं बचा सके.
पनीरसेल्वम और सीएम पलनस्वामी ने कहा, ‘‘आर के नगर उपचुनाव का ऐसा नतीजा DMK के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन और दिनाकरण के बीच हुये गुप्त समझौते के कारण आया है.’’ AIADMK नेताओं के आरोपों पर टिप्पणी करते हुए स्टालिन ने कहा कि पनीरसेल्वम और पलनीस्वामी के राज्य मंत्रियों ने वोटरों को पैसे बांटने के लिए दिनाकरण कैंप की मदद की थी.
AIADMK के आरोपों के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में स्टालिन ने इस बात पर जोर दिया कि DMK केवल ‘लोकतंत्र के साथ गठबंधन’ कर चुनाव में उतरा था. DMK के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘इसलिए इस उप चुनाव में DMK की हार नहीं हुई है. यह निर्वाचन आयोग की बड़ी हार है.’’