Maharashtra Flood: महाराष्ट्र (Maharashtra) में एक जून से अब तक बारिश (Rain) से संबंधित घटनाओं में 76 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य में भारी बारिश के चलते 839 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि 4,916 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. इस बात की जानकारी राज्य आपदा प्रबंधन विभाग (SDMD) ने दी है. आपदा प्रबंधन विभाग और पुनर्वास विभाग द्वारा 35 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं. 1 जून, 2022 से महाराष्ट्र में बारिश और बाढ़ से संबंधित घटनाओं में 125 जानवरों (Animals) की भी जान चली गई.


बारिश के चलते महाराष्ट्र में कम से कम 130 गांव प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 128 गांवों से संपर्क टूट गया है. अमरावती जिले में कई इलाकों में काफी तेज बारिश हुई है, जिसका सबसे ज्यादा असर धामनगांव रेलवे तहसील में हुआ है. इसकी वजह से तहसील के बोरगांव निस्ताने, सोनोरा काकडे, गोकुलसरा दिघी महले नाम के गांव फिलहाल प्रशासन के संपर्क से बाहर हो गए हैं.


महाराष्ट्र के कई जिलों में रेड और ओरेंज अलर्ट


महाराष्ट्र में रविवार को भी विभिन्न जगहों पर खराब मौसम और बारिश का कहर जारी रहा. कई प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. मौसम विभाग (आईएमडी) मुंबई के मुताबिक कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. विभाग ने बताया कि 10 जुलाई से अगले 4 दिनों तक भारी कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. रायगढ़, रत्नागिरी, पुणे और सतारा में रेल अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने बताया कि इन जिलों में बारिश होने की प्रबल संभावना है.


भारी बारिश और बाढ़ के कारण छोड़ना पड़ा घर


मराठवाड़ा और विदर्भ में हो रही मूसलाधार बारिश (Heavy Rain) की वजह से आई बाढ़ (Flood) से कम से कम 130 गांव प्रभावित हुए हैं और 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना पड़ा. वहीं, हिंगोली जिले के एक अधिकारी ने कहा कि भारी बारिश और बाढ़ के कारण दो गांवों से अब तक कम से कम 200 लोगों को निकाला गया है. पिछले कुछ दिनों से राज्य के मराठवाड़ा क्षेत्र में स्थित हिंगोली जिले के कुछ हिस्सों में बेहद भारी बारिश हो रही है.


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