Bengal SSC Scam: अस्पताल से चेकअप के बाद लौटते वक्त पार्थ चटर्जी के ऊपर एक महिला ने फेंकी चप्पल
West Bengal SSC Scam: राज्य के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के ऊपर एक महिला ने गुस्से में चप्पल फेंक दी. ये वकया उस वक्त का है जब वे पार्थ चटर्जी अस्पताल से निकल रहे थे. महिला भी अस्पताल में अपना इलाज कराने के लिए आयी थी.
West Bengal SSC Scam: पश्चिम बंगाल एसएससी स्कैम में ईडी की जांच का सामना कर रहे राज्य के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी (partha chatterjee) के ऊपर एक महिला ने गुस्से में चप्पल फेंक दी. ये वकया उस वक्त का है जब वे पार्थ चटर्जी अस्पताल से निकल रहे थे. महिला भी अस्पताल में अपना इलाज कराने के लिए आयी थी. चप्पल फेंकने वाली महिला ईएसआई, जोका (ESI, Joka) अस्पताल में इलाज के लिए आई हुई थी. उसके बाद वह नंगे पांव वापस लौट गई. गुस्साए महिला ने कहा कि उसने जो कुछ भी किया वह बिल्कुल ठीक किया है.
ईडी ने कहा- जांच में नहीं कर रहे सहयोग
दूसरी तरफ, ईडी के अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के गिरफ्तार किए गए मंत्री पार्थ चटर्जी पूछताछ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि चटर्जी ने कथित स्कूल भर्ती घोटाले की जांच के संबंध में ईडी के ज्यादातर सवालों का ‘‘जवाब नहीं दिया है.’’ ईडी अधिकारी के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस से निलंबित किए गए नेता चटर्जी पूछताछ के दौरान ‘‘ज्यादातर वक्त चुप रहे.’’ चटर्जी ने शुक्रवार को कहा था कि वह ‘‘साजिश का शिकार’’ हुए हैं. उन्होंने खुद को निलंबित करने के टीएमसी के फैसले पर नाखुशी भी जताई थी.
ईडी अधिकारी ने ‘पीटीआई’ से कहा, ‘‘वह गिरफ्तारी के बाद से ही हमारे साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं. वह अक्सर थकावट की शिकायत करते हैं और हमारे सवालों के जवाब देने से बच रहे हैं. हमने चटर्जी से उनके दावों के बारे में पूछा था कि छापे में बरामद नकदी उनकी नहीं है. हम इस धन के स्रोत के बारे में पता लगा रहे हैं.’’
अर्पिता के घर से करीब 50 करोड़ बरामद
ईडी के अधिकारियों के अनुसार, करीब 50 करोड़ रुपये नकद चटर्जी की करीबी माने जाने वाली अर्पिता मुखर्जी के दो अपार्टमेंट से बरामद किये गये हैं. साथ ही, सोना भी बरामद किया गया, जिसके मूल्य का आकलन किया जा रहा है. चटर्जी (69) ने शुक्रवार को कहा था कि वह एक साजिश का शिकार हुए हैं और तृणमूल कांग्रेस द्वारा उन्हें निलंबित किये जाने के फैसले पर नाखुशी व्यक्त की थी, उन्होंने कहा था, ‘‘यह फैसला (मुझे निलंबित करने का) निष्पक्ष जांच को प्रभावित कर सकता है...’’
कभी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी माने जाने वाले चटर्जी ने उन्हें मंत्री पद से हटाने के कदम के बारे में कहा, ‘‘उनका (ममता का) फैसला सही है.’’ चटर्जी को विभिन्न विभागों के प्रभारी मंत्री के रूप में उनके कर्तव्यों से मुक्त कर दिया गया और बृहस्पतिवार को पार्टी से निलंबित कर दिया गया. उन्हें पार्टी के सभी पदों से भी हटा दिया गया है. मुखर्जी को भी ईडी ने गिरफ्तार किया है.
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