मुंबई: बीएमसी की एक बड़ी लापरवाही मुंबई में सामने आई है. घाटकोपर के असल्फा इलाके में शनिवार देर शाम 32 वर्षीय शीतल भानुशाली नाम की महिला के नाले में गिरकर बह जाने से सनसनी फैल गई. महिला का शव 33 घंटे बाद असल्फा से लगभग 25 किलोमीटर दूर हाजीअली के समुद्र किनारे मिला. 32 वर्षीय शीतल की मौत से पति जितेश सदमे में है और 2 छोटे बच्चों के सिर से मां का छाया छीन गया है.
घटना 3 अक्टूबर की शाम 7 बजे के करीब की है. शीतल भानुशाली नाम की 32 वर्षीय महिला घर से नजदीक चक्की से आटा पिसाने गई थी. उसी दौरान तेज़ मूसलाधार बारिश होने लगी. इलाके में 1 से 2 फुट पानी भी भर गया था. महिला के फोन पर आखिरी कॉल बेटे का आया था जिसमें शीतल ने बेटे को बताया था कि तेज बारिश की वजह से दुकान में ठहरी है, रुकते ही घर आए जाएगी. लेकिन शीतल जब घर नही लौटी तो महिला का परिवार और पड़ोसी उसे पूरी रात और दूसरे दिन सुबह 10 बजे तक ढूढते रहे.
आटे की थैली नाले के नज़दीक गिरे होने से सभी आशंका जताने लगी कि महिला ढक्कन खुले नाले में गिर गई होगी. इस जानकारी के आधार पर बीएमसी, फायर ब्रिगेड और डिजास्टर की टीम महिला को नाले में अलग-अलग तरीके से ढूंढने में जुटी रही लेकिन काफी देर तक कोई सफलता नही मिली. महिला का शव मिलने से इलाके के लोगो मे गुस्सा है. लोगो को यह विश्वास नही हो रहा की एक मेन हॉल में गिरकर महिला नाले में बह गई और शव 33 घंटे बाद सोमवार सुबह 4 बजे घटनास्थल से 25 किलोमीटर दुर हाजीअली के समुद्र किनारे मिला.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के चांदिवली विधानसभा अध्यक्ष महेंद्र भानुशाली ने कहा की, 'यह बीएमसी के भ्रष्ट्राचार ने 32 साल के महिला की बली ली और 2 बच्चों के सिर से मां की छाया छीन लिया. नालों को ढकने के लिए प्लास्टिक के कवर लगाए गए जो तेज बारिश या पानी भरने से उखड़कर बह जाते हैं. इलाके में पानी भरने से खुला नाला नही दिखा और यह घटना हुई. लापरवाही के लिए जिम्मेदार बीएमसी अधिकारियों पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए.'
इस घटना से आक्रोशित स्थानीय नेताओं और राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मुम्बई महानगर पालिका के खिलाफ सर्वदलीय आंदोलन किया. आंदोलन में शामिल युथ कांग्रेस के नेता चंद्रेश दुबे ने कहा की, इस मौत की जिम्मेदार बीएमसी है और इसकी जवाबदेही तय करके लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए.