नई दिल्ली: यूपी की योगी सरकार ने यूपी बोर्ड में शामिल हो रहे 66 लाख से ज़्यादा छात्रों को नए साल पर तोहफा दिया है. सरकार ने बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं में प्रवेश पत्र के साथ आधार कार्ड ले जाने की अनिवार्यता के फैसले को वापस ले लिया है.


यूपी बोर्ड के अफसरों के मुताबिक़ छात्रों को इस बार के बोर्ड इम्तहान में एडमिट कार्ड के साथ आधार ले जाना जरूरी नहीं होगा. हालांकि नए सेशन में 9वीं व 11वीं क्लास में रजिस्ट्रेशन के वक्त आधार अब भी जरूरी रहेगा.


आधार कार्ड की अनिवार्यता का फैसला वापस होने से बड़ी राहत मिली है, क्योंकि अब भी बड़ी तादात में छात्रों के आधार कार्ड नहीं बन सके हैं. आधार कार्ड को प्रवेश पत्रके साथ अनिवार्य किये जाने के योगी सरकार के फैसले पर न सिर्फ सवाल उठ रहे थे, बल्कि इम्तहान से ठीक दो महीने जारी फरमान के चलते यह विवादों में भी घिर गया था. यूपी बोर्ड की दसवीं और बारहवीं के इम्तहान इस साल छह फरवरी से शुरू हो रहे हैं.


गौरतलब है कि यूपी सरकार ने अपने शासनकाल में शुरू हो रही पहली बोर्ड परीक्षाओं में नक़ल रोकने व फर्जीवाड़ा पकड़ने का हवाला देकर प्रवेश पत्र के साथ आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया था.


बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव के मुताबिक़ इस बार के इम्तहान में आधार कार्ड अब जरूरी नहीं रहेगा. उन्होंने बताया कि आधार कार्ड की अनिवार्यता ख़त्म किये जाने के बावजूद योगी सरकार की मंशा के मुताबिक़ इस बार नक़ल रोकने के लिए कई सख्त कदम उठाए जाएंगे.