वारिस पठान के बयान को लेकर बीजेपी-शिवसेना में घमासान, फडणवीस के तंज पर आदित्य ने कहा- माफी मांगें
पूर्व मुख्यमंत्री की चूड़ियों वाली टिप्पणी पर प्रतिक्रिया करते हुए पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने उनसे माफी की मांग की. वारिस पठान की साम्प्रदायिक टिप्पणी पर शिवसेना की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने चूड़ियां पहन रखी होगी लेकिन बीजेपी इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगी.
मुंबई: वारिस पठान के बयान पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना पर निशाना साधते हुए कि शिवसेना ने भले ही चूड़ियां पहनी हो, लेकिन बीजेपी चुप नहीं बैठेगी. उनके इस बयान का जवाब देते हुए पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने उनसे महिलाओं से माफी मांगने को कहा है. उनके इस बयान पर आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर लिखा, 'देवेंद्र फड़णवीस जी आमतौर पर मैं पलट कर टिप्पणी करना पसंद नहीं करता. कृपया चूड़ियां की टिप्पणियों के लिए माफी मांगे . सबसे मजबूत महिलाएं चूड़ियां पहनती हैं. राजनीति अपनी जगह है लेकिन हमें इस विमर्श को बदलने की जरूरत है.
दक्षिण मुंबई में मंगलवार को आजाद मैदान में हुई एक रैली में फडणवीस ने कहा कि वह यह समझ नहीं पा रहे है कि शिवसेना के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के सामने क्या हो रहा है.
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ वारिस या ‘लावारिस’ उठते हैं और कहते हैं कि 15 करोड़ लोग 100 करोड़ पर भारी हैं. वारिस या ‘लावारिस’ कौन है जो कहता है कि 15 करोड़ लोग 100 करोड़ पर भारी हैं. हमारा हिंदू समुदाय सहिष्णु है और इसलिए भारत सभी को साथ लेकर चलता है.’’
फड़णवीस ने कहा कि बीजेपी को अल्पसंख्यकों पर भी गर्व है लेकिन वह किसी ‘‘लावारिस को नहीं छोड़ेगी अगर वह अपनी कमजोरी के लिए हिंदू समुदाय की सहिष्णुता की परीक्षा लेता है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘शिवसेना ने इस मुद्दे पर चूड़ियां पहन रखी होगी. यहां तक कि हमारी महिलाएं ‘चूड़ियां पहनना’ कहावत को पसंद नहीं करती लेकिन मैं इस कहावत का इस्तेमाल करूंगा. शिवसेना ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी होगी लेकिन हम चुप नहीं बैठेंगे.’’
फड़णवीस ने कहा कि बीजेपी के पास एक समुदाय को दूसरे के खिलाफ खड़ा करने वाले बयान देने वालों को मुंहतोड़ जवाब देने की ताकत है.
वारिस पठान के क्या कहा था
बता दें कि ओवैसी की पार्टी के प्रवक्ता वारिस पठान ने कर्नाटक के कलबुर्गी में दिए भाषण में भड़काऊ बयान देते हुए कहा था , ‘‘हमें साथ चलना होगा. हमें आजादी लेनी होगी. जो चीजें मांगने से नहीं मिलती, हमें छीननी होगी.अब वक्त आ गया है. हमको बोला कि मां-बहनों को आगे भेज दिया और खुद कंबल में बैठ गये. अभी तो सिर्फ शेरनियां बाहर निकली हैं और तुम्हारे पसीने छूट गए. समझ लो, हम लोग साथ आ गए तो क्या होगा. 15 करोड़ हैं, लेकिन 100 करोड़ पर भारी हैं. याद रख लेना यह बात.’’
फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामला: स्पेशल कोर्ट ने आजम खान को बेटे और पत्नी संग 2 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजा दिल्ली हिंसा: हाई कोर्ट ने कहा - देश में एक बार फिर 1984 जैसे हालात बनने नहीं दे सकते