Aaditya Thackeray On Shinde Government: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने सोमवार (16 जनवरी) को महाराष्ट्र की शिंदे सरकार पर जमकर निशाना साधा. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता आदित्य ठाकरे ने मुंबई में सड़कों की मरम्मत के लिए जारी टेंडर्स में कथित अनियमितताओं का आरोप लगाया.
आदित्य ठाकरे ने कहा, "बीएमसी रास्ते (कंक्रीटीकरण) को लेकर घोटाले हो रहे हैं, इस पर मैंने प्रेस कांफ्रेंस की है. बीएमसी को टेंडर रद्द कर नया टेंडर निकालना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ." आदित्य ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सरकार से पूछा कि बीएमसी में मुंबई में करीब 400 किलोमीटर सड़कों के कंक्रीटीकरण का प्रस्ताव किसने रखा था? उन्होंने कहा, "मैं जानना चाहता हूं कि क्या सड़कों का काम पूरा करने के लिए कोई समय सीमा तय की गई है?"
अगले जोशीमठ की दी चेतावनी
आदित्य ठाकरे ने मुंबई में अगले जोशीमठ की चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि कॉन्क्रीट की सड़कें बारिश के पानी को नहीं सोकती हैं. ऐसे में अगर मुंबई में बाढ़ आई तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा. अगर मुंबई में जोशीमठ जैसी स्थिति हो गई, तो कौन जिम्मेदार होगा? आदित्य ठाकरे ने पूछा, "इन कामों के लिए अन्य विभागों, ट्रैफिक पुलिस की NOC हासिल की गई क्या? आदित्य ठाकरे ने इस दौरान सरकार की ओर से दिए गए टेंडर पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा, "कांट्रेक्टर को काम बिड में दिए गए, उसमें मिलीभगत दिख रही. इसका जवाब कौन देगा?"
सरकार पर लगाए ये आरोप
आदित्य ठाकरे ने कहा, "मुंबई के लोगों के मेहनत के पैसे को व्यर्थ किया जा रहा. यह सरकार मुंबई के लोगों के पैसों का दुरुपयोग कर रही है. लोकप्रतिनिधि को दरकिनार कर कांट्रेक्टर को काम दिए गए. आज बीएमसी में फाइनेंस का दुरुपयोग हो रहा है. एक दिन बीएमसी की FD तोड़ने की नौबत आएगी. उन्होंने सवाल किया, "जब बीएमसी में चुनाव होने वाले हैं तो आने वाले बीएमसी बजट का क्या तर्क है? क्या नगरसेवकों को यह मान्य है?"
कंक्रीटीकरण को लेकर पूछे ये सवाल
आदित्य ठाकरे ने सरकार से कई सवाल पूछे. उन्होंने पूछा, "400 किमी के रास्ते का प्रस्ताव किसने किया? नगरसेवक यह विषय उठाते हैं लेकिन सवाल यह है कि यह किसने सुझाया? मरीन ड्राइव में 10 साल पहले फुटपाथ बनाए गए थे. वे सभी अच्छे कंडीशन में है तो यह बनाने का सुझाव किसने दिया? बजट में 6 हजार करोड़ रुपये कैसे दिखाया जाएगा? 6 हजार करोड़ रुपये का उपयोग का कोई टाइमलाइन नहीं है. यह काम कब और कैसे होगा?