नई दिल्ली: 32 दिन पुरानी महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को जब अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया तो सभी की निगाहें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे पर थी. जब उनके बेटे ने शपथ के लिए अपना नाम बोला तो उन्होंने अपना पूरा नाम 'आदित्य रश्मि उद्धव ठाकरे' कहा. इसके बाद 'ट्रिपल बैरल सरनेम' को लेकर चर्चा शुरू हो गई.


दरअसल, आदित्य ने अपने नाम के साथ ठाकरे परिवार, मां रश्मि ठाकरे और पिता उद्धव ठाकरे का नाम लेकर उन्होंने अपने सर्मथकों और को राजनीति के विशेषज्ञों को बड़ा संदेश दिया है. महाराष्ट्र विकास आघाडी सरकार में आदित्य रश्मि उद्धव ठाकरे कैबिनेट स्तर के सबसे युवा मंत्री हैं.


आदित्य अभी 29 साल के हुए हैं. राजनीति के लिहाज से ये उम्र बहुत नहीं मानी जाती है लेकिन जिस तरह से शपथ ग्रहण समारोह में उन्होने ट्रिपल बैरल सरनेम का इस्तेमाल किया है उससे उनकी परिपक्वता का अंदाजा लगाया जा सकता है.


आदित्य ठाकरे जिस वक्त शपथ ले रहे थे उस वक्त उनका आत्मविश्वास देखने लायक था. उनके चेहरे की चमक में पारिवारिक पृष्ठभूमि की जिम्मेदारी और माता-पिता की परवरिश की झलक साफ दिखाई दे रही थी. शपथ लेते समय उनकी आवाज आत्मविश्वास से भरी हुई थी.


मां से प्रभावित हैं आदित्य


आदित्य अपनी मां रश्मि ठाकरे से प्रभावित हैं, वे अपनी मां को बेहद मानते हैं और काफी सम्मान देते हैं. कहा जाता है कि मां की बात को आदित्य कभी नहीं टालते हैं उनके राजनीति में आने के पीेछ उनकी मां का ही योगदान है. मां के कहने पर ही आदित्य ने राजनीति के क्षेत्र में कदम रखा. शपथ लेने के बाद अपना पूरा नाम 'आदित्य रश्मि उद्धव ठाकरे लेने पर पूछे जाने पर आदित्य का कहना था कि ''मेरी मां खुद को राजनीति से दूर रखती हैं. मेरे विधानसभा चुनाव लड़ने का निर्णय करने से पहले उन्होंने मुझसे भी पूछा था कि क्या मैं राजनीति में आने के लिए तैयार हूं. हालांकि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बारे में भी यही कहा जाता है कि उन्हें भी राजनीति में लाने वालीं रश्मि ठाकरे ही हैं.


आदित्य को मिल सकता है महत्वपूर्ण विभाग


आदित्य ठाकरे का विधानसभा क्षेत्र वर्ली सीट है. चुनाव लड़ने वाले वह ठाकरे परिवार के पहले सदस्य है. माना जा रहा है कि आदित्य को बेहद महत्वपूर्ण विभाग दिया जाएगा. चर्चा है कि उनके लिए अलग से ही एक मंत्रालय का गठन करने की योजना भी है.


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