नई दिल्ली: दिल्ली में आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि अगले 2 साल में देश मे 6 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ेगी. ये 6 राज्य उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, पंजाब और गोवा है. दरअसल, आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय राजनीति में अपनी पैठ बनाने की कोशिश में है और उसी के तहत ये फैसला लिया गया है.
राष्ट्रीय परिषद की बैठक में अपने संबोधन में अरविंद केजरीवाल ने इस फैसले के पीछे की वजह बताते हुए कहा कि देश के हर गांव में दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के काम की चर्चा हो रही है. देशभर में लोग आम आदमी पार्टी की इज्जत और प्यार करते हैं लेकिन जब लोगों से पूछो वोट दोगे तो कहते हैं कि आम आदमी पार्टी का यहां कुछ है नहीं. ये छोटा-सा फासला ही हमें तय करना है, इसलिए सभी को संगठन बनाना होगा. पूरे देश को पता है कि दिल्ली में 24 घंटे पानी और फ्री बिजली मिलती है. ये चमत्कार से कम नहीं है क्योंकि देशभर में फ्री बिजली किसे नहीं चाहिए और उन राज्यों की सरकारें ये नहीं कर पा रही हैं. ये जादू सिर्फ हमें ही आता है और कोई कर नहीं सकता है. संगठन बनाने के लिए गली-गली जाकर लोगों से मिलना पड़ेगा. सारा देश आम आदमी पार्टी का हिस्सा बनेगा तभी देश का बदलाव होगा.
दिल्ली देश का मिनी इंडिया
केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी एक वाहन है जिससे देश बदलना है, देशभर में चुनाव इसलिए लड़ना है. दिल्ली देश का मिनी इंडिया है, दिल्ली में हर राज्य से लोग आकर रहते हैं. ये लोग कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में BJP को सवा तीन सौ सीट देने के बावजूद काम नहीं करते हैं. हमें भी फ्री बिजली, पानी, अच्छे स्कूल, फ्री दवाई और अच्छी सड़क चाहिए. लोग कहते हैं कि हमें AAP की जरूरत है. इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं को गली-गली जाना पड़ेगा.
अन्य पार्टियों से आम आदमी पार्टी की तुलना करते हुए केजरीवाल ने कहा कि पिछले 5 साल में आम आदमी पार्टी इतने काम कर सकती थी तो 70 साल में बीजेपी और कांग्रेस वाले भी कर सकते थे. इन दोनों पार्टियों ने जानबूझकर देश को पिछड़ा, अनपढ़ और गरीब बनाए रखा. एक राष्ट्रीय पार्टी है जो 1300 साल की बात करती है लेकिन 22वीं सदी के भारत की बात नहीं करती है. देश को अब तय करना है कि आगे बढ़ना है या पीछे जाना है. इन पार्टियों के पास विजन नहीं है, इनकी नीयत खराब है, इसलिए पीछे गुजरे सालों में हमें उलझाए रखते हैं. अगर आप देश से प्यार करते हैं तो आम आदमी पार्टी के पास 21वीं और 22वीं सदी का विजन है. हमें पता है कि देश को शिक्षित कैसे करना है, कैसे गांव-गांव हर एक के घर के नल में पानी पहुंचाना है. हम इनकी तरह नारेबाजी नहीं करते हैं जो हर रोज नया स्लोगन बनाते हैं.
बीजेपी पर हमला
बीजेपी पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा, 'आज तक देश में ऐसी कोई पार्टी नहीं आई जिसने खुलकर सीना चौड़ा करके कहा कि हमने स्कूल अस्पताल बनवाए हैं इसलिए वोट देना, बिजली और पानी की व्यवस्था को ठीक किया है इसलिए वोट देना, नहीं तो लोग जाति-धर्म के आधार पर एक दूसरे को लड़ा कर ही वोट मांगते हैं. आज तक किसी पार्टी की हिम्मत नहीं हुई कि वो यह कहे कि काम, स्कूल, अस्पताल के नाम पर वोट देना. उत्तर प्रदेश में सीएम योगी के तीन मंत्रियों ने मनीष सिसोदिया को चैलेंज कर दिया कि आएं और हमारे स्कूल देखें. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया वहां गए लेकिन कोई नहीं आया. यह लोग कायर हैं डर कर भाग जाते हैं. उत्तराखंड के एक मंत्री हैं उन्होंने चैलेंज किया कि मैं 100 सैकेंड में अपने 100 काम गिना दूंगा, आएं मनीष डिबेट करें. मनीष सिसोदिया वहां भी पहुंच गए लेकिन फिर वह भी भाग खड़े हुए. पहले उत्तर प्रदेश में बीजेपी भागी फिर उत्तराखंड में भी बीजेपी भाग खड़ी हुई.'
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