AAP Vs BJP: संबित पात्रा पब्लिक सर्वेंट हैं या बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता, दो-दो पद कैसे मिले?- आप नेता आतिशी का सवाल
AAP Vs BJP: आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने संबित पात्रा पर आरोप लगाया कि वो सरकारी दफ्तर में बैठकर राजनीतिक ट्वीट करते रहते हैं. सवाल पूछा है कि वे पब्लिक सर्वेंट हैं या बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता?
AAP Vs BJP: आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को लेकर बड़ा सवाल उठाया है. उन्होंने पूछा है कि एक ही व्यक्ति सरकारी कर्मचारी और किसी राजनीतिक पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता कैसे हो सकता है. सर्विस रूल के मुताबिक पब्लिक सर्वेंट किसी दल से नहीं जुड़ा हो सकता है और संबित पात्रा पब्लिक सर्वेंट होते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने हुए हैं. इन्हें दो-दो पद कैसे मिले हुए हैं.
आतिशी ने रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "संबित पात्रा को दो-दो पद दिए जाने को लेकर मैंने केंद्र सरकार के टूरिज़्म मिजिस्टर जी कृष्ण रेड्डी जी को पत्र लिखा है और सेंट्रल विजिलेंस को भी उसकी कॉपी भेजी है." आतिशी ने बताया कि उन्होंने संबित पात्रा को इंडियन टूरिज़्म डेवलपमेंट कमीशन चैयरमेन के पद से हटाने के लिए पत्र लिखा है.
संबित पात्रा टूरिज्म विभाग के चेयरमैन हैं
बता दें कि संबित पात्रा को 30 नवंबर 2021 को इंडियन टूरिज़्म डेवलपमेंट कमीशन का चैयरमेन बनाया गया था. पब्लिक सर्वेंट की सबसे महत्वपूर्ण शर्त ये है कि वो किसी राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ नहीं हो सकता है, न ही किसी पार्टी के लिए प्रचार या किसी पार्टी को प्रोमोट कर सकता है. पब्लिक सर्वेंट होने के बावजूद संबित पात्रा राष्ट्रीय प्रवक्ता बने हुए हैं.
आतिशी ने आरोप लगाया कि संबित पात्रा जी बहुत सारे ट्वीट अपने दफ़्तर से करते रहते हैं और इसीलिए संबित पात्रा को हटाने के लिए मैंने जी किशन रेड्डी और CVC को पत्र लिखा है.
पीएम के रेवड़ी वाले बयान पर आतिशी ने दिया जवाब
आम आदमी नेता आतिशी ने कहा, "मैं इस बात से सहमत हूं जब जनता फ्री की रेवड़ी बंटती हुई देखती है तो जनता को बहुत दुख होता है. जब वह खास लोगों के दोस्तों को 10 लाख करोड़ की रेवड़ी बंटते हुए देखती है तो भी उसे बहुत दुख होता है. 10 लाख करोड़ में देश के सभी सरकारी स्कूलों को सुधारकर प्राइवेट स्कूल की तरह बनाया जा सकता है. अगर जनता को फ्री बिजली मिलती है तो मोदी जी के पेट में दर्द हो जाता है. एक तरफ परिवारवाद की बात करते हैं तो दूसरी तरफ दोस्तों को फायदा पहुंचाने का काम करते हैं. दूसरी तरफ अरविंद केजरीवाल हैं, जो जनता के लिए काम करते हैं, दोस्तों के फायदे के लिए नहीं."
फ्रीबीज के मामले पर आतिशी ने कहा कि हमने चुनाव आयोग को वही बताया है जो हम हमेशा से करते आये हैं. मुनाफे के साथ हर परिवार को बिजली, पानी और अच्छी शिक्षा/स्वास्थ्य दिया जा सकता है.
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