AAP विधायक राजेन्द्र पाल गौतम के बयान से विवाद, पार्टी ने झाड़ा पल्ला, बीजेपी हुई हमलावर
दिल्ली के पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी विधायक राजेन्द्र पाल गौतम के मंदिर में जाने को लेकर दिए बयान पर विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल से कार्रवाई करने की मांग की है.
Rajendra Pal Gautam Controversial Statements: दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी के सीमापुरी से विधायक राजेन्द्र पाल गौतम एक बार फिर अपने बयानों को लेकर चर्चा में है. राजेन्द्र पाल गौतम का नया बयान हरियाणा के सोनीपत से सामने आया है.
बाबा भीमराव अंबेडकर से जुड़े एक कार्यक्रम में पूर्व मंत्री ने कहा कि आप ऐसी चीजों पर भरोसा मत करिए जो चीजें आपको नुकसान पंहुचाती हैं. उन्होंने कहा कि अगर मंदिर में जाने से हमारे लोगों (दलितों) की हत्या होती हो तो आप ऐसी जगह क्यों जाते हो. आपकी बहन बेटी की जहां इज्जत लूटी जाती हो, अपमान हो, वहां जाना बंद करिए. हमारे पास रविदास हैं, अंबेडकर हैं.
इस बयान के सामने आने के बाद से ही बीजपी नेता हमलावर हो गये हैं और आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया अरविंद केजरीवाल से राजेन्द्र पाल गौतम पर कार्यवाही की मांग कर रहे है.
देश भगवान राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की प्रतीक्षा कर रहा- वीरेन्द्र सचदेवा
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि जब पूरा देश भगवान राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की प्रतीक्षा कर रहा है. पूरे देश में उत्सव मनाया जा रहा है. और ऐसे मौके पर अरविंद केजरीवाल की पार्टी के विधायक राजेन्द्र पाल गौतम की हिन्दू धर्म को अपमानित करने वाली यह टिप्पणी दे रही है.
'बीजेपी ने केजरीवाल से की गौतम पर कार्रवाई करने की मांग'
सचदेवा ने कहा कि बार-बार ये लोग सनातन पर इस तरीके की टिप्पणियां क्यों करते हैं? हर बार इस तरह की टिप्पणियों पर अरविंद केजरीवाल की खामोशी तुष्टिकरण की तरफ इशारा करती हैं. उन्होंने आगे कहा कि राजेन्द्र पाल गौतम का ये बयान हिंदुओं को तोड़ने को लेकर दिया गया बयान है.जिसकी हम निंदा करते हैं. अरविंद केजरीवाल से मेरी अपील है जो अपने आपको हनुमान भक्त कहते हैं. अगर वो सच में हनुमान भक्त हैं तो गौतम पर जल्द कार्रवाई करे.
'बीजेपी के पास बेरोजगारी, महंगाई, नोटबंदी पर बोलने को कुछ नहीं'
इस पूरे मुद्दे पर खुद राजेन्द्र पाल गौतम ने भी अपना पक्ष रखते हुये कहा कि मेरे बयान में कहीं भी नकारात्मक बात नहीं है. मेरे 40 मिनट के बयान को सुनना चाहिए. बीजेपी की सरकारों के पास बेरोजगारी, महंगाई, नोटबंदी के ऊपर बोलने के लिए कुछ नहीं है. गौतम ने कहा कि बीजेपी हमेशा मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश करती है. अगर मंदिर में घुसने पर आपकी मार पिटाई या हत्या की जाती हो तो मैं अपने लोगों को यह समझा रहा हूं कि जहां आपका अपमान होता है तो आपको ऐसी जगह जाने की जरूरत नहीं है आपके पास रविदास, महात्मा बुद्ध और अंबेडकर हैं. बीजेपी के पास धर्म की राजनीति के अलावा करने के लिए कुछ नहीं है.
'बीजेपी शासन में दलितों पर अत्याचार बढ़े'
वहीं, राजेन्द्र पाल गौतम से इंडिया गठबंधन से जुड़ी पार्टी के नेता सेंथिल कुमार के बयान पर पूछा तो उन्होंने कहा कि मैंने उनका बयान नहीं सुना लेकिन मैं अपनी बात करूंगा. उन्होंने कहा कि आज तक के बयानों से मैं अपने लोगों को जागरुक कर रहा हूं. निश्चित तौर पर मैं अपने बयान पर कायम हूं और मैं बाबा साहेब अंबेडकर के विचारधारा पर चलूंगा. मैं डरने वाला नहीं हूं, झुकने वाला नहीं हूं. गौतम ने आगे कहा कि एनसीआरबी का डाटा निकाल कर देख लीजिए बीजेपी शासन में दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं. हमारे समाज को स्वाभिमान के साथ जीने दो, उन्हें आगे बढ़ने दो.
आम आदमी पार्टी ने विधायक गौतम के बयान को व्यक्तिगत बताते हुए कहा कि इससे पार्टी का कोई लेना देना नहीं है. पार्टी के रुख पर विधायक ने कहा कि ये मेरी दलित समाज को लेकर खुद की सोच है. इससे किसी और का कोई लेना देना नहीं है. सबकी अपनी-अपनी राय होती है. मैं पार्टी मैं हूं या ना रहूं. मैं इसी सोच के साथ चलूंगा. मुझे किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है. मैं अपने बयान पर कायम हूं.
गौरतलब है कि राजेन्द्र पाल गौतम अपने विवादित बयानों को लेकर पहले भी सुर्खियों में रहे हैं. इससे पहले दिल्ली नगर निगम चुनाव के दौरान हिंदू धर्म को लेकर दिये विवादित बयान पर उनको अपना मंत्री पद तक गंवाना पड़ा था.
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