चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक एच एस फुल्का ने पंजाब विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने बेदअबी की घटनाओं में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और सेवानिवृत्त डीजीपी सुमेध सिंह सैनी के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने में राज्य सरकार की कथित नाकामी पर नाराजगी जताते हुए इस्तीफा दिया है.
फुल्का ने कहा, "मैंने पंजाब विधानसभा के विधायक के पद से अपना इस्तीफा विधानसभाध्यक्ष को ई-मेल के माध्यम से भेज दिया है." विधानसभा अधिकारियों ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष राणा के पी सिंह ने अभी इस्तीफे पर कोई फैसला नहीं किया है.
अगर उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाता है तो विधानसभा में आप विधायकों की संख्या 19 रह जाएगी. इनमें से आठ ने सुखपाल सिंह खैरा की अगुवाई में एक विद्रोही गुट बना लिया है.
फुल्का 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले में नई दिल्ली में लड़ रहे हैं. वह बेअदबी की घटनाओं के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर कोटकपुरा और बहबल कलां में पुलिस गोलीबारी को लेकर बादल और सैनी के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने की राज्य सरकार से मांग करते रहे हैं.
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इसके पहले उन्होंने तीन बार कहा था कि अगर जस्टिस (सेवानिवृत्त) रणजीत सिंह आयोग के निष्कर्षों पर कार्रवाई नहीं की जाती तो वह इस्तीफा दे देंगे.
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