AAP Maha Rally: 'कांग्रेस नफरत की दुकान, केजरीवाल झूठ की फैक्ट्री चलाते हैं', इस केंद्रीय मंत्री ने क्यों कही ये बात
AAP Maha Rally At Ramlila Maidan: केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सीएम केजरीवाल को घेरते हुए कहा कि केजरीवाल झूठ की फैक्ट्री चलाते हैं.
Union Minister Dharmendra Pradhan: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार (11 जून) को दिल्ली के रामलीला मैदान में केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ महारैली बुलाई. इस महारैली को संबोधित करने हुए केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला.
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट करके सीएम केजरीवाल पर पलटवार किया. प्रधान ने कहा, "कांग्रेस नफरत की दुकान है तो केजरीवाल झूठ की फैक्ट्री चलाते हैं. कांग्रेस की 'लूट और झूठ' में महारत है तो केजरीवाल 'लूट और झूठ' दोनों के महारथी हैं.
अरविंद केजरीवाल के कथनी-करनी में फर्क- प्रधान
उन्होंने आगे कहा, "दिल्ली की जनता के पैसों पर अपना करोड़ों का 'शीशमहल' खड़ा करने वाले अरविंद केजरीवाल के कथनी और करनी में इतना फर्क है कि उसे करोड़ों के 'परदे' लगाकर भी नहीं ढंका जा सकता. आंदोलन की कोख से उपजी केजरीवाल की राजनीति ने लोगों का आन्दोलन से भरोसा डिगा दिया है. केजरीवाल और उनकी पार्टी बेपर्दा हो चुके हैं."
PM सुप्रीम कोर्ट के आदेश को नहीं मानते- केजरीवाल
वहीं, महारैली में सीएम केजरीवाल ने कहा कई साल बाद आज हम रामलीला मैदान में इकठ्ठा हुए हैं. 12 साल पहले हम भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट हुए थे. आज इस देश से एक अहंकारी तानाशाह को हटाने के लिए एकजुट हुए हैं. केजरीवाल ने कहा, 11 मई को देश की सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के हक में फैसला दिया और 19 मई को मोदी सरकार ने अध्यादेश लाकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को खारिज कर दिया. 75 साल में ऐसा पीएम आया है जो कहता है कि मैं सुप्रीम कोर्ट के आदेश को नहीं मानता.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, देश के अंदर जनतंत्र खत्म हो रहा है, इसी को तानाशाही और हिटलरशाही कहते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि जनता सुप्रीम है. मोदी जी का अध्यादेश कहता है कि दिल्ली की जनता सुप्रीम नहीं है एलजी सुप्रीम है. आप संयोजक केजरीवाल ने आगे कहा, बीजेपी ने आप लोगों का अपमान किया. इसे मैं बर्दाश्त नहीं कर सकता. इस अध्यादेश को हम खारिज करवाकर रहेंगें. सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू करवाकर रहेंगे.