नई दिल्ली: दिल्ली में आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली के कालकाजी इलाके की विधायक आतिशी ने पंजाब और हरियाणा में जलाई जा रही पराली के मुद्दे पर आज एयर क्वालिटी कमीशन को पत्र लिखा है. आतिशी ने कमीशन से इस मामले का स्वतः संज्ञान लेकर पंजाब और हरियाणा के मुख्य मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक लापरवाही का मुकदमा दर्ज करके कड़ी कार्रवाई की मांग की है.


एक प्रेस कांफ्रेंस में आतिशी ने कहा कि केंद्र सरकार ने कमीशन को प्रदूषण पैदा करने के मामलों का स्वतः संज्ञान लेने और जिम्मेदारों को 5 साल के लिए जेल भेजने की शक्ति प्रदान किया है. इसलिए कमीशन को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए. साथ ही मैंने कमीशन के चेयरमैन से मिलने का समय भी मांगा है, जिसमें दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करेंगे.


आतिशी ने कहा कि पिछले तीन दिनों से दोनों राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं बंद हो गई हैं, जिसके बाद से दिल्ली में डेढ़ महीने बाद साफ आसमान और धूप दिखाई देने लगी है. आज दिल्लीवासी अपने घरों से बाहर निकलकर सांस ले पा रहे हैं, उनका दम नहीं घुट रहा है. हमने पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने को लेकर मीडिया के सामने आंकड़े रखे थे. इन आंकड़ों से साफ हो गया है कि अक्टूबर और नवंबर के महीने में जो दिल्ली-एनसीआर के लोगों का दम घुटता है, उसका मुख्य कारण हरियाणा और पंजाब में पराली का जलना है.


आतिशी ने कहा कि मैंने पत्र के माध्यम से एयर क्वालिटी कमीशन के अध्यक्ष को बताया है कि दिल्ली-एनसीआर में जो प्रदूषण होता है, उसके लिए कौन जिम्मेदार है? पत्र में मैंने लिखा है कि कमीशन को इतनी शक्ति होती है कि अगर दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के लिए कोई भी जिम्मेदार होता है, तो कमीशन उस पर स्वतः संज्ञान ले सकता है. अगर कोई प्रदूषण करता है, कमीशन के आदेशों को नहीं मानता है, तो उसको 5 साल तक की जेल भी हो सकती है. यह शक्तियां कमीशन को केंद्र सरकार की तरफ से दी गई हैं.


आतिशी ने कहा कि पत्र में हमने दिल्ली की जनता की तरफ से एयर क्वालिटी कमीशन से मांग करते हुए लिखा है कि वह अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए पंजाब और हरियाणा के मुख्य मंत्रियों पर आपराधिक लापरवाही का मामला दर्ज करें. उनकी आपराधिक लापरवाही की वजह से दिल्ली में लोगों का दम घुट रहा है, प्रदूषण बढ़ रहा है. आज दिल्ली में स्वास्थ्य को लेकर आपातकाल की स्थिति बनी हुई है. इन राज्यों की वजह से दिल्ली के लोग गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं. पराली की वजह से दिल्ली एनसीआर के लोगों की जो स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हुई हैं, उसको लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.


पत्र में आतिशी ने एयर क्वालिटी कमीशन के अध्यक्ष से मिलने के लिए समय भी मांगा है. आतिशी ने कहा कि हम उनके सामने मांग रखेंगे कि दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. यह स्पष्ट हो चुका है कि दिल्ली वालों का जो दम घुटता है, उसके लिए पंजाब और हरियाणा में जलने वाली पराली जिम्मेदार है. अब सवाल उठता है कि इस पर कार्रवाई कौन करेगा? 28 अक्टूबर को केंद्र सरकार ने एक अध्यादेश राष्ट्रपति से हस्ताक्षर कराया था और एक एयर क्वालिटी कमीशन का गठन किया था. इस कमीशन का गठन इसलिए किया गया था, क्योंकि केंद्र सरकार भी जानती है कि दिल्ली एनसीआर में जो प्रदूषण पैदा होता है, उसका सबसे बड़ा कारण दिल्ली से बाहर के क्षेत्र हैं.