दिल्ली विधानसभा का एक दिवसीय सत्र के दौरान जोरदार हंगामा देखने को मिला. दोपहर 2 बजे शुरू हुए इस सत्र के दौरान नॉर्थ एमसीडी में 2400 करोड़ की हेराफेरी का आरोप लगाते हुए अरविंद केजरीवाल ने स्पेशल सत्र बुलाया. इस दौरान सदन में कृषि कानूनों पर चर्चा के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के विधायक महेन्द्र सिंह गोयल ने तीनों कृषि कानूनों को प्रतियां फाड़ते हुए इसे किसान विरोधी करार दिया.


महेन्द्र गोयल ने कृषि कानूनों को प्रतियां फाड़ते हुए कहा- मैं इन कानूनों को स्वीकार करने से इनकार करता हूं क्योंकि यह किसानों के खिलाफ है. महेंद्र गोयल ने कहा कि इन कृषि कानूनों से 4 साल में 16 गुना महंगाई बढ़ेगी. किसान यही तो मांग कर रहे हैं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) निर्धारित कर दीजिए. इसमें क्या परेशानी है. केंद्र सरकार इसे क्यों नही कर रही है.


आप विधायक ने आगे कहा- कहा कि ये बहुत ही खतरनाक कानून हैं. आज किसान 3 डिग्री तापमान दिल्ली की सीमा पर सो रहा है. केंद्र सरकार मौन है. केंद्र सरकार जब मान रही है कि कानून में कमियां हैं तो क़ानून निरस्त क्यों नही कर रही है.


केजरीवाल बोले- पास कराने की क्यों थी जल्दबाजी

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में कृषि कानूनों की प्रतियां फाड़ते हुए कहा- दिल्ली विधानसभा आज तीनों कृषि कानूनों को खारिज करता है और मैंने केन्द्र सरकार से यह अपील की है कि उन्हें इन काले कानूनों को वापस लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछले 20 दिनों में 20 किसानों की मौत हो गई है. इस आंदोलन में औसतन रोजाना एक किसान शहीद हो रहे हैं.


केजरीवाल ने आगे कहा कि इस महामारी के दौरान आखिर कृषि कानूनों को संसद के पास कराने की क्या आवश्यकता था?


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