आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने अनंतनाग एनकाउंटर पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए केंद्र सरकार पर हमला बोला है. गुरुवार (14 सितंबर) को प्रेस कांफ्रेंस में आप सांसद ने कहा, 'जब एक तरफ शहीदों का जनाजा उठ रहा था, तब मोदी मोदी का नारा लगाकर G20 का सेलिब्रेशन मनाया गया. ये प्रधानमंत्री की संवेदनशीलता जाहिर करता है.'
उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री के पास सेना के लिए संवेदना का ट्वीट करने के लिए 2 मिनट का समय नहीं है. आपने देश में आतंकवाद खत्म करने का दावा किया था, इसके बावजूद कभी पुलवामा तो कभी अनंतनाग में जवान शहीद हुए. प्रधानमंत्री को अपने जवानों के लिए संवेदना नहीं है, ऐसा क्यों है?'
संजय सिंह ने कहा कि कोरोना की महामारी में लाशें बिछी थीं, लेकिन प्रधानमंत्री बंगाल के चुनाव में व्यस्त थे. उन्होंने कहा, 'देश के लोगों को सोचना होगा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाली सरकार संवेदना व्यक्त करने को तैयार नहीं है. पाकिस्तान पोषित आतंकवादियों को प्रधानमंत्री को मुहतोड़ जवाब देना चाहिए.' उन्होंने कहा कि देश की संसद में आम आदमी पार्टी ये मुद्दा उठाएगी.
सनातन विवाद पर क्या बोले संजय सिंह
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लोग 24 घंटे चुनाव में और नफरत फैलाने में व्यस्त रहते हैं. उन्होंने कहा, 'सनातन और हिंदू धर्म के बारे में उन्होंने खुद क्या बोला है. मोदी जी कह रहे हैं हिंदू धर्म ही नहीं है. सनातन पर किसी को टिप्पणी करने का हक नहीं है. अरविंद केजरीवाल ने खुद कहा है सभी धर्मों के बीच समन्वय होना चाहिए, भाईचारा होना चाहिए.'
द्रमुक मुनेत्र काषगम (DMK) के नेता और तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर बयान को लेकर बवाल शुरू हो गया है. उन्होंने 2 सितंबर को राज्य में आयोजित एक कार्यक्रम में सनातन धर्म को समाज में कई बुराईयों के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए समाज से खत्म करने की बात कही थी. इतना ही नहीं स्टालिन ने सनातन की डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से भी तुलना की थी. इसके बाद बीजेपी विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A पर हमलावर है और सनातन धर्म को बदनाम करने का आरोप लगा रही है. डीएमके भी I.N.D.I.A का हिस्सा है.