Sanjay Singh Questions BJP: दिल्ली आबकारी नीति भ्रष्टाचार के मामले में लंबे समय तक तिहाड़ जेल में बंद रहने के बाद हाल ही में रिहा हुए आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने एक बार फिर आरक्षण और संविधान के बहाने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी संविधान बदलना चाहती है और आरक्षण खत्म करना चाहती है, इसलिए 400 सीटें जितना चाह रहे हैं.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख (सरसंघचालक) मोहन भागवत के एक वीडियो का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब पहली बार ऐसा हुआ है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को सामने आकर सफाई देनी पड़ रही है.
क्या कहना है संजय सिंह का?
इस वीडियो को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा है कि अब बीजेपी की मानसिकता उजागर हुई है तो आरएसएस की ओर से सफाई दी जा रही है. संजय सिंह ने कहा है, "हम कहते रहे हैं कि देश में भीमराव अंबेडकर का संविधान चलता है, लेकिन बीजेपी में भागवत जी का संविधान चलता है. वे (बीजेपी) कहते हैं कि आरक्षण खत्म होना चाहिए."
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए संजय सिंह ने कहा है कि अमित शाह कहते हैं कि भाजपा 50 साल तक राज करेगी. इसका मतलब है कि चुनाव ही नहीं होगा, क्योंकि चुनाव ये लोग खत्म कर देंगे. उन्होंने कहा कि आखिर बीजेपी नेता 400 सीटें जीतने की बात क्यों कर रहे हैं, इसकी वजह है कि वे चुनाव खत्म करना चाहते हैं, संविधान बदलना चाहते हैं, आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं.
मोहन भागवत ने कहा - वीडियो फर्जी, संघ आरक्षण का पक्षधर
दरअसल एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें संघ प्रमुख के नाम से आरक्षण खत्म करने की बात कही जा रही है. इस पर रविवार (28 अप्रैल) को मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा है कि उनके नाम से फर्जी वीडियो चलाया जा रहा है. उन्होंने साफ किया कि संघ आरक्षण का पक्षधर है.
'संविधान और आरक्षण खत्म करना चाहती है बीजेपी'
27 अप्रैल को भी गुजरात के सूरत में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने आरोप लगाया कि बीजेपी संविधान और आरक्षण खत्म करना चाहती है. उन्होंने कहा, 'अगर बीजेपी जीतेगी तो देश में तानाशाही होगी. मैं कहना चाहूंगा कि सूरत तो सिर्फ एक उदाहरण है, पूरा देश दांव पर है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी बाबा साहेब के संविधान और वोट की ताकत को खत्म करना चाहती है. वह दलितों, पिछड़े समुदायों और शोषित वर्गों के आरक्षण के अधिकार को भी खत्म करना चाहती है.
ये भी पढ़ें:स्त्रीधन, लालच और पति के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक क्या है फैसला?