Sanjay Singh News: एनसीपी चीफ शरद पवार के अडानी को लेकर दिए गए बयान के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है. इस बीच आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने रविवार (9 अप्रैल) को कहा कि शरद पवार (Sharad Pawar) का बयान निजी बयान हो सकता है. हम अपने मुद्दे के साथ खड़े हैं, लेकिन शरद पवार के बयान से हम सब सहमत हों, ये जरूरी नहीं है.

 

संजय सिंह ने कांग्रेस नेता सचिन पायलट और अशोक गहलोत के मतभेदों पर भी बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस के भीतर की लड़ाई है, ये जो सत्र चला और ऐसा कहें कि नहीं चला तो इसके पीछे बीजेपी ही है. उसमें सारी विपक्षी पार्टी के साथ थी, लेकिन अब मुद्दों पर सबको एक साथ आने की जरूरत है. अब जाति धर्म का नशा खत्म होने वाला है. 

 

इफ्तारी और रामनवमी के मुद्दे पर क्या कहा?

 

इफ्तारी लेकिन रामनवमी नहीं के मुद्दे पर संजय सिंह ने कहा कि रामनवमी नहीं मनाई और क्यों नहीं इसके लिए बीजेपी से हमें सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर के नाम पर वो लोग चंदा चोरी करते हैं. राम का नाम बदनाम न करो, हम राम के आदर्शों पर चलने का काम कर रहे हैं. एक चौपाई का मतलब बीजेपी समझ जाए तो उनका जीवन धन्य हो जायेगा. 

 

'कुछ लोग फासला बढ़ाना चाहते हैं'

 

संजय सिंह ने इफ्तारी को लेकर हो रही राजनीति पर कहा कि इसको हिंदू मुस्लिम के चश्मे से नहीं देखना चाहिए. जगह-जगह मुस्लिम समुदाय ने फुल बरसाए, वर्षों से दोनों एक दूसरे के त्योहार में शमिल होते रहे हैं. पिछले साल भी आम आदमी पार्टी ने इसका आयोजन किया था. भारत के सभी लोग एक दूसरे के साथ मिलकर रहना चाहते हैं, कुछ लोग फासला बढ़ाना चाहते हैं. 

 

महाराष्ट्र की राजनीति पर क्या कहा?

 

महाराष्ट्र की राजनीति पर उन्होंने कहा कि यहां बीजेपी ने डकैती डाली है. खरीद फरोख्त करके चुनाव चिह्न चुराने का काम किया है. ये बात महाराष्ट्र के लोगों को भी चुभ रही है. बीजेपी ने धोखा दिया और पीठ में छुरा घोंपा है. लोकतंत्र की चुनी हुई सरकार पर जो हुआ है वो लोकतंत्र की हत्या है. सुप्रीम कोर्ट में मामला है, इस पर मैं ज्यादा नहीं कह सकता. संजय सिंह ने रविवार को पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे से भी मुलाकात की.

 

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