नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव के बीच पहले जामिया और अब शाहीन बाग में गोलीबारी की घटना पर सियासी पारा भी उफान मार रहा है. शाहीन बाग में गोलीकांड के बाद आम आदमी पार्टी ने सवाल खड़े करते हुए साजिश की बात कह दी. आप सांसद संजय सिंह ने कहा है कि हमने पहले ही अंदेशा जताया था कि दिल्ली में बीजेपी चुनाव रोकने के लिए साजिश कर सकती है.
क्या बोले आप सांसद संजय सिंह
संजय सिंह ने कहा, ''मैंने कल ही आगाह किया था दिल्ली में बड़े बवाल का षड़यंत्र रचा जा रहा है, दिल्ली में हार के डर से BJP चुनाव टालना चाहती है चुनाव आयोग को सख़्त कार्यवाही करनी होगी CEC से समय भी माँगा है लेकिन अब तक मिलने का समय नहीं मिला.''
संजय सिंह ने कहा, ''देश की राजधानी दिल्ली में खुलेआम गोलियां चल रही हैं. बीजेपी के नेता अपने भाषण में गोलियां चलाने के लिए लोगों को उकसा रहे हैं. चुनाव के हार के डर से जानबूझ कर दिल्ली में माहौल खराब कर रही है बीजेपी."
केजरीवाल ने अमित शाह पर साधा निशाना
आप मुखिया अरविंद केजरीवाल ने शाहीन बाग की घटना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह पर सवाल उठाए हैं. केजरीवाल ने ट्वीट किया, ''अमित शाह जी, ये आपने क्या हाल बना रखा है हमारी दिल्ली का. दिनदहाड़े गोलियां चल रहीं है. कानून व्यवस्था की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है. चुनाव आते जाते रहेंगे, राजनीति भी चलती रहेगी, लेकिन दिल्ली के लोगों की ख़ातिर, कृपया कानून व्यवस्था ठीक करने पर ध्यान दीजिए.''
शाहीन बाग के आरोपी सरिता बिहार में पूछताछ
इससे पहले 30 जनवरी को जामिया विश्वविद्यालय के बाहर भी गोली चली थी. जिसमें शादाब नाम का शख्स घायल हो गया था. 30 जनवरी को गोली पुलिस की मौजूदगी में चली थी. तो वहीं कल पुलिस बैरिकेंटिंग के पास गोली चली. शाहीन बाग में गोली कांड के आरोपी से सरिता विहार थाने में आरोपी से पूछताछ की जा रही है.
कौन है शाहीन बाग में गोली चलाने वाला आरोपी?
शाहीन में गोलीकांड का आरोपी कपिल गुर्जर दिल्ली-नोएडा सीमा पर बसे दल्लूपुरा गांव का रहने वाला है. कपिल के रिश्तेदारों और दोस्तों की माने तो वो एक सीधा-साधा इंसान था जो कि इलाके में डेयरी का काम करता था. किसी भी राजनीतिक और धार्मिक पार्टी से कपिल का कोई जुड़ाव नहीं था. कपिल के परिवार में पिता गजे गुर्जर, मां उर्मिला, और एक बड़ा भाई है. तीन साल पहले कपिल की शादी हुई थी. कपिल एक बेटी का पिता भी है. पिता ने 2012 में बीएसपी के टिकट से निगम का चुनाव लड़ा था. चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था.