नयी दिल्ली: दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) की राष्ट्रीय परिषद की बैठक कल होने वाली है. राष्ट्रीय परिषद आप में फैसले करने वाली दूसरी सबसे बड़ी इकाई है. पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की पांचवी बैठक के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास और विधायक अमानतुल्ला खान के बीच आपसी विवाद के कारण हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं.


आधिकारिक तौर पर बैठक के एजेंडे में हालांकि यह मुद्दा शामिल नहीं किया गया है लेकिन पार्टी में विश्वास का भविष्य दांव पर होने के कारण दोनों पक्ष इस मुद्दे को उठाने की भरपूर कोशिश करेंगे. सूत्रों के मुताबिक अब तक की बैठकों का संचालन करते रहे विश्वास के बजाय इस बार बैठक का संचालन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया करेंगे.


पार्टी प्रवक्ता संजय सिंह देश के आर्थिक परिदृश्य पर और आशुतोष पार्टी कार्यकतार्ओं और जनता के बीच संवाद मजबूत करने के मुद्दे पर बोलेंगे. बैठक के अंत में आप संयोजक अरविंद केजरीवाल समापन भाषण देंगे. कुमार विश्वास का नाम वक्ताओं की सूची में भी नहीं है. उधर कुमार विश्वास ने कहा है कि वह बैठक में बाकी लोगों की तरह जाएंगे.


साल 2015 में राष्ट्रीय परिषद की बैठक में ही योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर निकाला गया था. दोनों नेताओं को "पार्टी विरोधी गतिविधियों" के आरोप में निकाला गया था. उन्होंने केजरीवाल के कामकाज के तौर-तरीकों पर सवाल उठाए थे. पार्टी से निकाले गए नेताओं ने उस वक्त आरोप लगाया था कि राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उनसे धक्का-मुक्की और बदसलूकी की गई.


नवंबर 2012 में पार्टी की स्थापना के बाद पहली बार संस्थापक सदस्य विश्वास ने दावा किया कि वक्ताओं की सूची में उनका नाम नहीं है. नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर आप के एक विधायक ने कहा कि बैठक में बढ़ती बेरोजगारी, नोटबंदी और कृषि संकट पर चर्चा होगी.


विश्वास के एक सहयोगी ने बताया, "कुमार भाई एक साधारण कार्यकर्ता के तौर पर राष्ट्रीय परिषद की बैठक में हिस्सा लेंगे." केजरीवाल के समर्थकों ने भी नपी-तुली प्रतिक्रिया जाहिर की और कहा कि बैठक योजना के मुताबिक ही होगी और कोई समस्या होने की आशंका नहीं है. लेकिन विश्वास एवं केजरीवाल की बढ़ती दूरियों के मद्देनजर बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों ने बैठक में एक-दूसरे से निपटने की रणनीति तैयार कर ली है.